जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए मामला दर्ज किया गया है, जो कराची को बलूचिस्तान से जोड़ता है। मौजूदा सरकार के खिलाफ इस्लामाबाद में धरना समाप्त करने के बाद पार्टी ने इसके खिलाफ दूसरे चरण का अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। डॉन न्यूज के मुताबिक, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जेयूआई-एफ के नेताओं और समर्थकों सहित 250 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को उन्होंने अचानक राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों के बीच टक्कर हुई और उनमें से कुछ को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जेयूआई-एफ द्वारा शुक्रवार से 18 नवंबर तक प्रांत के मुख्य राजमार्गो को अवरुद्ध करने की घोषणा के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन 27 मार्च को करांची से शुरू हुआ था। यह 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद पहुंचा।
रहमान ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को देश भर में फैलकर प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध करने का आदेश दिया, जिसे उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार को बेदखल करने के लिए अपने ‘प्लान बी’ का हिस्सा बताया है।
प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को इस्लामाबाद और अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बीच ग्रैंड ट्रंक रोड को अवरुद्ध कर दिया था।जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए मामला दर्ज किया गया है, जो कराची को बलूचिस्तान से जोड़ता है। मौजूदा सरकार के खिलाफ इस्लामाबाद में धरना समाप्त करने के बाद पार्टी ने इसके खिलाफ दूसरे चरण का अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। डॉन न्यूज के मुताबिक, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जेयूआई-एफ के नेताओं और समर्थकों सहित 250 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को उन्होंने अचानक राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों के बीच टक्कर हुई और उनमें से कुछ को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जेयूआई-एफ द्वारा शुक्रवार से 18 नवंबर तक प्रांत के मुख्य राजमार्गो को अवरुद्ध करने की घोषणा के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन 27 मार्च को करांची से शुरू हुआ था। यह 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद पहुंचा।
रहमान ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को देश भर में फैलकर प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध करने का आदेश दिया, जिसे उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार को बेदखल करने के लिए अपने ‘प्लान बी’ का हिस्सा बताया है।
प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को इस्लामाबाद और अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बीच ग्रैंड ट्रंक रोड को अवरुद्ध कर दिया था।