भारतीय कस्टम विभाग ने पाकिस्तान (Pakistan) को अट्टारी सीमा (Atari border) पर फंसे छुहारे के शिपमेंट भारत में भेजने करने की इजाजत दे दी है। पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच कारोबारी गतिविधियों को असल में बाधित कर दिया गया था। नयी दिल्ली ने पाकिस्तान के उत्पादों पर 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी है। जिसके कारण दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां ठप पड़ गयी थी।
पाकिस्तानी वाणिज्य मंत्रालय से जारी बयान के मुताबिक, शिपमेंट सीमा पर 16 फरवरी से अटका हुआ है जब भारतीय निर्यातकों ने तनाव के बढ़ने के कारण इसे हरी झंडी दिखाने से इंकार कर दिया था। पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से व्यापार में अधिक तरजीह वाले राष्ट्र का दर्जा छीन लिया था।
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान से निर्यात सभी उत्पादों पर 200 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क बढ़ा दिया था। इसमें इजाफे ने पाकिस्तान के छुहारे उत्पादकों को प्रभावित किया था। पाकिस्तान के करीब 96 प्रतिशत छुहारे भारत में निर्यात किये जाते हैं। वह उत्पादों की सेल के लिए भारत के व्यापक बाजार पर निर्भर है।
भारत ने पाकिस्तान को साल 1996 में अधिक तरजीह वाले देश का दर्जा दिया था। यह दर्जा अंतरराष्ट्रीय व्यापार साझेदारों को दिया जाता है ताकि विश्व व्यापार संघठन के सभी देशों के साथ गैर भेदभावपूर्ण तरीके से साथ व्यापार किया जा सके। जो देश किसी दुसरे देश को यह दर्जा देता है, वह व्यापार समझौते में रिआयत, सहूलियत और प्रतिरक्षा देता है। यह जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ एंड ट्रेड का पहला खंड है।