छात्र एकजुटता मार्च में भाग लेने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। यह एकजुटता मार्च 29 नवंबर को पूरे देश में छात्र संघों की बहाली की मांग को लेकर निकाला गया था। ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 नवंबर को सभी क्षेत्रों के लोग छात्रसंघों की बहाली, परिसरों से सैनिकों को हटाने व शिक्षा बजट में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की मांग को लेकर पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में सड़कों पर उतरे।
रविवार को दर्ज की गई प्राथमिकी में 300 से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया है। इन पर राष्ट्र के संस्थानों के खिलाफ नारेबाजी करने का आरोप लगाया गया है।
जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, उसमें इकबाल लाला भी शामिल हैं। इकबाल, मशाल खान के पिता हैं। मशाल खान को 2017 में ईशनिंदा के आरोपों में नाराज भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था।
मशाल खान, अब्दुल वली खान यूनिवर्सिटी मर्दान का छात्र था।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र और प्राथमिकी में सह- आरोपी आलमगीर वजीर को शनिवार दोपहर यूनिवर्सिटीपरिसर से पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वजीर पख्तून काउंसिल के पंजाब यूनिवर्सिटी चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष हैं।
बड़ी संख्या में छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर से उनकी गिरफ्तारी को लेकर रविवार रात धरना-प्रदर्शन किया।