ब्रिटेन स्थित बलूच नेता मेहरान मैरी ने पाकिस्तान को चीन से सावधान व सतर्क रहने की हिदायत दी है। प्रतिबंधित नेता मेहरान ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा है कि वो चीन पर कभी भी विश्वास न करे। खासकर जब चीन सीपीईसी प्रोजेक्ट के जरिए पाकिस्तान में अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।
मेहरान ने चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट को पाकिस्तान के लिए खतरनाक बताया है। चीन द्वारा बलूचिस्तान में वर्चस्व स्थापित करने की संभावना पर मेहरान मैरी ने कहा कि वहां के लोगों को चीनी लोगों से सावधान रहना चाहिए।
अब तो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लोगों को भी चीनी लोगों से डरना होगा। मेहरान ने तो यहां तक कहा कि ये लोग आपके बच्चे को खा जाएंगे।
इसके अलावा बलूच नेता मेहरान मैरी ने पाकिस्तान पर बलूच लोगों के साथ किए जा रहे अत्याचारों व हिंसा को लेकर जमकर आरोप लगाए। पहले पाकिस्तान ही बलूचिस्तान में लोगों को परेशान करता था, अब तो चीन भी सीपीईसी प्रोजेक्ट के जरिए बलूच लोगों को परेशान करने लगा है।
बलूचिस्तान मांग की शुरूआत अलग थी
जब मेहरान मैरी से पूछा गया कि क्या अंतिम लक्ष्य एक स्वतंत्र बलूचिस्तान राज्य का निर्माण है। इस पर मेहरान ने कहा कि अब वर्तमान में स्वतंत्र बलूचिस्तान राज्य का निर्माण करना हमारा मकसद है, जबकि शुरूआत में ऐसा नहीं था।
ईमानदारी से कहूं तो मेरे पिता और अन्य बलूचवादी नेताओं ने पाकिस्तान के अंदर संघ के रुप में साथ काम करने की कोशिश की। लेकिन पाकिस्तानी सरकार के रवैये से वे निराश हो गए। पाकिस्तान ने बलूचिस्तान संघ के अस्तित्व को मंजूरी नहीं दी ।
इसलिए अब हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे है कि हम अपने स्वतंत्र राज्य बलूचिस्तान के लिए संघर्ष करना चाहते हैं। हम अपनी संप्रभुता की बहाली की मांग कर रहे है। हम सिर्फ स्वतंत्रता चाहते है, जो कि एक बुनियादी मानवीय अधिकार है।
बलूचिस्तान आंदोलन में निभाई है अहम भूमिका
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने ब्रिटेन सरकार से लंदन में कैब व बसों के ऊपर लिखे गए फ्री बलूचिस्तान नारों को लेकर आपत्ति जताई थी। उसके बाद वहां से इन पोस्टरों व नारों को हटा दिया गया था।
बलूच नेता मेहरान मैरी ने कहा कि पिछले 17 सालों से मेरा संघर्ष सबूत है कि बलूच के कारण जागरूकता में वास्तव में वृद्धि हुई है। स्वतंत्रता के लिए बलूच आंदोलन अब उचित आकार ले रहा है और आगे बढ़ रहा है। जगह-जगह बलूचिस्तान की आजादी को लेकर मांग उठ रही है।
स्विट्जरलैंड में किया गया परेशान
बलूच नेता मेहरान मैरी ने बताया कि वो साल 2001 के बाद से स्विट्जरलैंड में रह रहे है। लेकिन 2006 के बाद से उन्होंने मुझे पासपोर्ट से संबंधित फालतू की पूछताछ करना शुरू कर दिया।
दरअसल पाकिस्तानी दूतावास ने उन्हें अपने प्रमाणिकता के साथ किसी का विवरण दिया है कि वे पाकिस्तानी नागरिक है। लेकिन उसमें फोटो नहीं थी। जिस पर स्विट्जरलैंड के अधिकारी ने परेशान करते हुए कहा कि तुम ब्रिटिश नागरिक हो, पाकिस्तानी नहीं।
स्विट्जरलैंड ने मुझे देश से बाहर निकाल दिया और 10 साल का प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा मेहरान मैरी पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप भी लगाया जा चुका है। जो कि मूल रूप से पाकिस्तान की ही देन है। इसी वजह से मेहरान पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।