पाकिस्तान के कराची शहर में स्थित चीनी दूतावास पर बलूचिस्तान की आज़ादी के समर्थको ने आतंकी हमला कर दिया था। इस हमले के दौरान पाकिस्तान के दो पुलिस कर्मियों की मौके पर ही मौत हो गयी थी और दूतावास में तैनात एक सुरक्षाकर्मी की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
चीनी सरकार के वरिष्ठ कूटनीतिज्ञ वांग यी ने कहा कि पाकिस्तान के कराची शहर में चीनी दूतावास पर आतंकी हमले की खबर सुनकर वह सकते में आ गए थे। उन्होंने पाकिस्तान की सरकार से आग्रह किया कि अब ऐसे हमले से चीनी दूतावास का संरक्षण करें।
चीनी मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित सूचना के मुताबिक चीनी दूतावास पर यह हमला चीनी विदेश मंत्री वांग यी की पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से हो रही बातचीत के दौरान मुक्कमल हुआ था।
आत्मघाती हमलावर दूतावास के मुख्य द्वार से गोलीबारी करते हुए दूतावास के भीतर दाखिल हो गए थे और अज्ञात हमलावरों ने विस्फोट भी किया था। हालांकि हमलावर बिल्डिंग के भीतर दाखिल होने के दौरान बम विस्फोट में मारे गए थे।
पाकिस्तान के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अामिर अहमद शेख ने कहा कि चीनी दूतावास के सभी अधिकारी और स्टाफ सुरक्षित है और इस गोलीबार के दौरान उन्हें कोई नुकसान नहीं पंहुचा है। बलूचिस्तान के अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और तीन हमलावरों की तस्वीरे जारी की है। कराची में कई चरमपंथी समूह मौजूद है जिसमे बलोच अलगाववादी भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि तीन हमलावरों में से एक ने आत्मघाती पोशाक पहनी थी और विभाग फिंगरप्रिंट के जरिये हमलावरों के सरगना तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जिन्ना अस्पताल की प्रवक्ता ने बताया कि दो मृत पुलिस अधिकारियों के शव शवगृह में रखे जा चुके है और एक अन्य घायल दूतावास के सुरक्षाकर्मी की मरहमपट्टी हो रही है।