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    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

    कराची म स्थित चीनी दूतावास पर शुक्रवार को तीन बंदूकधारियों ने हमला किया था। एक घंटे तक जारी इस गोलीबारी के दौरान दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी और सभी हमलावरों को मार गिराया गया है।

    पाकिस्तान के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अामिर अहमद शेख ने कहा कि चीनी दूतावास के सभी अधिकारी और स्टाफ सुरक्षित है और इस गोलीबार के दौरान उन्हें कोई नुकसान नहीं पंहुचा है।

    बलूचिस्तान के अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और तीन हमलावरों की तस्वीरे जारी की है। कराची में कई चरमपंथी समूह मौजूद है जिसमे बलोच अलगाववादी भी शामिल है।

    स्थानीय पुलिस प्रमुख मोहम्मद अशफाक ने कहा कि हमलावरों ने सुबह 9 बजे चीनी दूतावास पर हमला बोला था, हमलावरों से सबसे पहले गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर गोली चलायी और मुख्य द्वार को कब्जे में लेकर दूतावास के भीतर प्रवेश किया था।

    पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने तत्काल ही दूतावास का घेराव कर लिया था। स्थानीय टीवी चैनलों ने दूतावास की बिल्डिंग के उठते हुए धुएं की तस्वीरे दिखाई थी। इससे पूर्व भी कई बार धमाका हुआ था लेकिन स्थानीय पुलिस ने उस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था। हालांकि गोलीबार के एक घंटे के बाद हालात पाकिस्तान की सेना के निंत्रण में थे।

    अमीर अहमद शेख ने कहा कि पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के तत्काल जवाबदेही के कारण यह आतंवादी चीनी आधिकारियों तक पहुँचने में सफल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि हमने इस अभियान को पूरा कर लिया है और सभी संदिग्धों को पकड़ने और ढूंढने के लिए अभी दूतावास में जांच जारी है।

    उन्होंने बताया कि तीन हमलावरों में से एक ने आत्मघाती पोशाक पहनी थी और विभाग फिंगरप्रिंट के जरिये हमलावरों के सरगना तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जिन्ना अस्पताल की प्रवक्ता ने बताया कि दो मृत पुलिस अधिकारियों के शव शवगृह में रखे जा चुके है और एक अन्य घायल दूतावास के सुरक्षाकर्मी की मरहमपट्टी हो रही है।

    प्रधानमंत्री इमरान खान नें की कड़ी निंदा

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नें इस हमले की ट्विटर के जरिये कड़ी निंदा की।

    इमरान नें लिखा कि कराची में हुई चीनी दूतावास पर हमले की वे कड़ी निंदा करते हैं। उन्होनें प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना की और शहीद हुए पुलिसकर्मियों को सलाम किया।

    इमरान नें आगे लिखा कि उन्हें यह पता है कि यह उन लोगों का काम है जो पाकिस्तान में अशांति फैलाना चाहते हैं। उन्होनें कहा कि वे इसके लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को सजा देंगे।

    इमरान नें अपने आखिरी ट्वीट में कहा कि यह कार्य उन लोगों का भी हो सकता है जो चीन-पाकिस्तान आर्थिक साझेदारी (सीपीईसी) से जलते हैं। उनका मानना है कि इस हमले के पीछे यह मकसद था कि पाकिस्तान में चीनी निवेशकों को डराया जा सके।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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