पाकिस्तान में इस वक्त गैस की किल्लत से हाहाकार मचा हुआ है। घरों में खाना पकाना मुश्किल हो रहा है और उद्योग ठप पड़े हुए हैं। साथ ही देश में सीएनजी की आपूर्ति भी ठप पड़ी हुई है जिससे वाहनों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, देश में छह अरब घन फीट गैस की जरूरत है जबकि सप्लाई चार अरब घन फीट की हो रही है।
पाकिस्तान में रसोई में काम आने वाली गैस की आपूर्ति घर-घर में पाइप के जरिए होती है। सर्दी के मौसम में देश में गैस की मांग बढ़ जाती है। इसके बावजूद मांग के हिसाब से गैस का इंतजाम समय पर नहीं किया गया। अब सरकार ने गैस का आयात बढ़ाने की पहल की है।
हालात यह है कि कराची और लाहौर जैसे शहरों में बारह-बारह घंटों तक घरों में गैस की आपूर्ति नहीं की जा रही है। छोटे शहरों में हालात और भी बुरे हैं। दिक्कत इस वजह से और भी बढ़ गई है कि जो गैस सप्लाई हो रही है, उसका प्रेशर बहुत कम है। आंच तेज नहीं होने के कारण घरों में भी दिक्कत है और होटलों में तंदूर बंद पड़ गए हैं जिससे होटलों में खाने पर निर्भर लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। गैस के भारी भरकम बिल भरने के बावजूद लोग घरों में लकड़ी जलाकर काम चला रहे हैं।
देश में सीएनजी स्टेशन भी बंद पड़े हुए हैं। नतीजा यह हुआ है कि सार्वजनिक परिवहन ठप पड़ गया है और आवागमन में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।