पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार नस्सेर खान ने भारत पर आरोप लगाया है कि भारत ने पाकिस्तान के लिए ‘दो मोर्चों’ की स्थिति पैदा कर दी है, और ऐसा करना दोनों देशों की शांति के लिए ठीक नहीं है।
खान ने यह बयान जर्मनी के विशेष दल के सामने दिया जो यहाँ अफगानिस्तान से सम्बंधित मुद्दों पर चर्चा करने आये थे।
अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते दबदबे से पाकिस्तान परेशान है। पाकिस्तान को लगता है कि यदि भारतीय सेना की पहुँच अफगानिस्तान में मजबूत हो जाती है तो वह दो ओर से भारत से घिर जाएगा।
जर्मनी के विशेष दल ने यहाँ भारत-पाकिस्तान की वर्तमान परिस्थिति का जायजा लेने के लिए पाकिस्तान का पक्ष माँगा, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर यह आरोप लगाया।
पाकिस्तान के एक अन्य सेना अधिकारी ने बताया, ‘क्षेत्रीय शान्ति के लिए, दोनों देशों के लिए यह जरूरी है कि वे एक साथ मिलकर विवादों को सुलझाएं।’
‘अपने मतभेद भुलाकर ही दोनों देश भविष्य के बारे में सोच सकते हैं’, खान ने जर्मनी दल को बताया। उन्होंने आगे बताया कि किस तरह छेत्र में अशांति बढ़ती जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के लिए ‘दो मोर्चों’ जैसी स्थिति भारत ने बना रखी है। खान के मुताबिक, ‘भारत पाकिस्तान के लिए दो मोर्चों पर स्थति बना रहा है, और यह छेत्र के लिए ठीक नहीं है। इस छेत्र को शांतिप्रिय बनाने के लिए विश्व की बड़ी शक्तियों को आगे आना होगा।’
अफगानिस्तान पर पाकिस्तान की स्थिति को साफ़ करते हुए खान ने बताया, ‘अफगानिस्तान में शान्ति पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।’
अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति पर एक पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, ‘अफगानिस्तान में शान्ति स्थापित करने के लिए दोनों पक्षों को राजनैतिक तौर पर बातचीत करनी चाहिए, क्योंकि पिछले 16 सालों से युद्ध चला आ रहा है, और इससे बड़ी संख्या में लोगों की जानें गयी हैं।’
उन्होंने आगे बताया, ‘हम अफगानिस्तान में स्थिति सुधारने के लिए पूरी तरह से कोशिश कर रहे हैं और छेत्र में शान्ति लाने के लिए काम कर रहे हैं।’
पाकिस्तान की कोशिशों की जर्मन दल ने काफी तारीफ़ की। उन्होंने कहा, ‘अफगानिस्तान में शान्ति बनाये रखने के लिए जर्मनी पूरी तरह से साथ खड़ा है। अफगानिस्तान में शान्ति बनाये रखने के लिए पाकिस्तान की भूमिका काफी अहम् है।’
एक अन्य पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ने भारत पर सीमा उल्लंघन का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘शान्ति की बात करने के बावजूद भी भारत लगातार सीमा-उल्लंघन कर रहा है। 2017 में अब तक भारत ने 1300 से ज्यादा बार सीमा उल्लंघन किया है, जिसमे करीबन 52 निर्दोष लोगों की जानें जा चुकी हैं।’