कराची, 20 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय बाजार में कारों की बिक्री में जहां गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं, सरहद पार भी कुछ ऐसे ही हालात है। पाकिस्तान में कारों की बिक्री में जुलाई में 42 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
भारतीय बाजार में साल-दर-साल आधार पर जुलाई में वाहनों की बिक्री में छह फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (एफएडीए) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने कुल 16,54,535 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में कुल 17,59,219 वाहनों की बिक्री हुई थी।
समाचार वेबसाइट डॉन न्यूज की मंगलवार की रिपोर्ट में बताया गया कि वित्त वर्ष 2019-20 (पाकिस्तान का वित्त वर्ष जुलाई से शुरू होता है) के पहले महीने में कारों के उत्पादन में 23 फीसदी और बिक्री में 42 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जोकि क्रमश: 16,472 और 10,968 वाहनों की रही।
पाकिस्तान में अगस्त में भी वाहनों के उत्पादन और बिक्री में गिरावट रहने का अनुमान है। क्योंकि वहां ईद के अवसर पर चार दिन (12 से 17 अगस्त) की आधिकारिक छुट्टी थी, जिससे फैक्ट्रियों में कामकाज बंद रहा है।
दूसरी तरफ, भारतीय रुपये की तरह पाकिस्तानी रुपया भी डॉलर के खिलाफ लगातार कमजोर हो रहा है। इसके कारण वहां वाहनों की लागत बढ़ रही है, जिससे उसकी कीमतें बढ़ रही है। इसके अलावा वाहनों संघीय उत्पाद कर लगाने, करों की दरों में बढ़ोतरी और उच्च ब्याज दर के कारण लोग नए वाहन खरीदने से हिचक रहे हैं। इसका नतीजा है कि वाहन कंपनियां अपना उत्पादन रोकने को मजबूर हो रही हैं।
पाकिस्तान ऑटोमोटिव मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन (पीएएमए) के आंकडो़ं के मुताबिक, होंडा सिविक और सिटी के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 49 फीसदी और 68 फीसदी की गिरावट रही।
इसी प्रकार से टोयोटा कोरोला के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 39 फीसदी और 57 फीसदी की गिरावट रही।
पाक सुजुकी मोटर कंपनी (पीएसएमसी) के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 28 फीसदी और 64 फीसदी की गिरावट रही। वहां पाक सुजुकी की वैगन आर कार के उत्पादन और बिक्री में जुलाई में क्रमश: 15 फीसदी और 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
पाकिस्तान में जीप, वैन और हल्के व्यवसायिक वाहनों के खंड में जुलाई में 66 फीसदी की बिक्री दर्ज की गई। हालांकि बसों की बिक्री में सुधार हुआ और जुलाई में 7.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। दोपहिया वाहनों में सुजुकी और यामहा के वाहनों की बिक्री में क्रमश: 15 फीसदी और 16 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया।