पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने मंगलवार को संसद में साल 2019-20 का बजट पेश किया था जिसमे करतारपुर गलियारे के निर्माण के लिए उन्होंने 100 करोड़ रूपए दिए हैं। यह गलीयारा पाकिस्तान के करतारपुर के दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगी और भारतीय सिख श्रद्धालु बगैर किसी वीजा के पाकिस्तान की यात्रा कर सकेंगे।
पाकिस्तान में डेरा बाबा साहिब की स्थापना साल 1522 में गुरु नानक देव ने की थी। रेवेन्यू से सम्बन्धी मामलो के राज्य मंत्री हम्माद अज़हर ने संसद में यह बजट पेश किया था, जो 1 जुलाई से लागू होगा। सरकार ने करतारपुर गलियारे के विकास के लिए 100 करोड़ रूपए की मांग की है।
जियो टीवी के मुताबिक, इस फंड का इस्तेमाल जमीन अधिग्रहण और करतारपुर में संरचनाओं के विकास के लिए अगले वित्त वर्ष साल 2019-20 में इस्तेमाल किया जायेगा। प्लांनिग कमीशन, योजना, विकास और सुधार मंत्रालय के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 300 करोड़ रूपए है।
पाकिस्तान गलियारे का निर्माण भारत से सटी सीमा से करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक करेगा और पंजाब के गुरदासपुर से डेरा बाबा नानक तक का निर्माण कार्य भारत करेगा। अधिकारीयों के मुताबिक, चार किलोमीटर के गलितरे का 50 फीसदी विकास कार्य का निर्माण पाकिस्तान पूरा चुका है।
बीते वर्ष 26 नवंबर को भारत के उपराष्ट्रपति वैकैया नायडू ने डेरा बाबा नानक पर शिलान्यास समारोह का उद्धघाटन किया था। इस समारोह का आयोजन पंजाब के गुरदासपुर जिले में किया गया था। 28 नवंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसकी नींव रखने के लिए समारोह का आयोजन किया था और इसके निर्माण कार्य की साल 2019 तक पूरे होने की उम्मीद है।