अमेरिका के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के आतंकवाद को ख़त्म करने में हीलाहवाली रवैया बरतने पर जमकर क्लास लगाई है। डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर इस्लामाबाद सरकार अमेरिका को समय पर इत्त्लाह कर देती को अल कायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन कबका पकड़ा जाता।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि बिल्कुल, यदि पाकिस्तान की सरकार हमे खबर करने की जहमत उठाती तो वक्त से पूर्व वो आतंकी हमारे चंगुल में होता। उन्होंने ट्वीट कर पाकिस्तान पर ओसामा बिन लादेन को पनाह देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को लाखों रूपए दिए लेकिन पाकिस्तान ने ओसामा के वहां छिपे होने की खबर तक हमें नहीं दी, बेवकूफ।
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11,सितम्बर 2001 को हमला किया गया था और उसके दस साल बाद ओसामा को पकड़ा गया था। ओसमा को पाकिस्तान के अब्बोट्टाबाद में मारा गया था। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के आदेशों के बाद ही अमेरीकी नौसेना सील ने ओसामा को मार दिया था।
पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने पाकिस्तान को लाखों रूपये दिए लेकिन इस वर्ष के शुरुआत से पाकिस्तान की सभी सैन्य सहायताएँ बंद कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के लिए कुछ भी नहीं किया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयानों का पलटवार करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका की रणनीति में पाकिस्तान ने बहुत कुर्बानी दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति किसी और देश का नाम बताये जिसने अमेरिका के लिए इतना झेला हों।
इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि इस जंग में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में 123 बिलियन डॉलर की गिरावट आई थी और अमेरिका ने मात्र 20 बिलियन डॉलर दिए थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आदिवासी और आम जनता आज तक जंग के हालातों से जूझ रहे हैं।