भरात के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि “हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बेहद चुनौतीपूर्ण है और वैश्विक स्तर पर आतंकवाद फैला रहा है, एक देश है जो भारत के खिलाफ जानबूझकर आतंकवाद का प्रायोजक कर रहा है।”
पाकिस्तान एक चुनौतीपूर्ण मुल्क
उन्होंने कहा कि “आपके पास एक पड़ोसी है जो आपके साथ व्यापार नहीं करता, आपको जुड़ने की अनुमति नहीं देता, जो क्षेत्रीयकरण करता है और लोगो के लोगो से संपर्क पर नजर रखता है। वह बेहद चुनौतीपूर्ण पड़ोसी है। विश्व के विभिन्न हिस्सों में आतंकवाद फैला हुआ है लेकिन दुनिया के किसी भी भाग में ऐसा देश नहीं है जो इसका बड़े उद्योग के तौर पर पड़ोसियों के खिलाफ इस्तेमाल करता है।”
जयशंकर ने कहा कि “देश अपने पड़ोसी के साथ वार्ता करने के लिए तैयार है लेकिन सवाल है कि कैसे भारत एक ऐसे राष्ट्र के साथ वार्ता कर सकता है जो आतंकवाद को पालता पोसता है और अस्थिरता को कायम रखने की नीति का पालन करता है।”
उन्होंने कहा कि “इस मामले पर बात करे या नहीं, हर कोई अपने पड़ोसी के साथ बातचीत करना चाहता है लेकिन मुद्दा यह है कि मैं ऐसे राष्ट्र से कैसे बात कर सकता हूँ जो आतंकवाद का संरक्षण करता है और अस्थिरता बनाये रखने की नीति का पालन करता है।”
उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं लगता कि भारत और पाकिस्तान के बीच मूल मुद्दा कश्मीर है। मेरे ख्याल से हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अगर आपके अपने पड़ोसी के साथ मतभेद है तो आप इसे कैसे हल करेंगे? अब, यह मतभेद सामान्य नहीं है क्योंकि यह हमारे इतिहास से जुड़े हुए हैं, जो एक समान्य इतिहास नहीं है।”
विदेश मंत्री ने कहा कि “सभी कुछ संभाला जा सकता है, अगर वह एक चीज आतंकवाद का प्रायोजक न करे तो, यह अस्वीकृत है। आतंकवाद उनका एक वैध हथियार है जिसके जरिये वह आप पर वार्ता के लिए दबाव डालेंगे। यह वैश्विक संबंधो के मनको के तौर पर स्वीकृत नहीं है।”
भारत अपनी स्थिति पर कायम रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करने तक पाकिस्तान के साथ कोई वार्ता नहीं की जाएगी। मंगलवार को जयशंकर ने पक्सितन को आतंकिस्तान कहा था।