एशियाई डेवलपमेंट बैंक ने सुधार और वित्तीय सतत कार्यक्रमों के लिए 35 करोड़ डॉलर का कर्ज देने का निर्णय लिया है। इसका मकसद पाकिस्तान के ऊर्जा क्षेत्र में वित्त, शासन, तकनीक और पालिसी में कमी को सुधारना है। यह कमियां क्षेत्र की गुणवत्ता और सुविधाओं की कुशलता को प्रभावित करती है और पाकिस्तान के वित्तीय संतुलन और मैक्रोइकॉनोमिक को चुनौती देती है।
शुक्रवार को एबीडी द्वारा जारी दस्तावेजो के मुताबिक, अगले महीने सरकार के साथ कर्ज के लिए वार्ता को बैंक शुरू करेगा और लोन पर दस्तखत और कर्ज को मुहैया नवम्बर में किया जा सकता है। पूरी रकम में से एबीडी 30 करोड़ डॉलर मुहैया करेगा और शेष राशी पांच करोड़ डॉलर को इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बैंक ऑफ़ कोरिया द्वारा मुहैया किया जायेगा।
पाकिस्तान के वित्तीय मंत्रालय ने एबीडी के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को शुरू किया है जबकि इस प्रोजेक्ट को पाक ऊर्जा मंत्रालय अमल में लाएगा। यह कर्ज साल 2019 से 2023 तक तीन उप कार्यक्रमों के जरिये दिया जायेगा। यह वित्तीय सतत की सुरक्षा, शासन को मज़बूत और ढांचागत सुधारो को लागू करेगा।
हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान को छह अरब डॉलर के राहत प[पैकेज को देने की मंज़ूरी दी थी। पाकिस्तान वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहा है। इसके लिए पाकिस्तानी पीएम ने कई मुल्को से वित्तीय मदद देने का आग्रह किया था।
पाकिस्तान ने सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और चीन जैसे देशो से मदद की गुहार लगाई थी। पाकिस्तान में वित्तीय अस्थिरता बढती जा रही है और महंगाई दिन प्रतिदिन बढती जा रही है।