साल 1971 को आज़ाद हुआ बांग्लादेश अभी आम चुनावों के मुहाने पर है, 30 नवम्बर को बांग्लादेश में चुनाव होने हैं। बांग्लादेश ने ढाका में स्थि त पाकिस्तानी दूतावास पर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगाया था। बांग्लादेश ने कहा कि पाकिस्तानी उच्चायोग आंतरिक मसलों और चुनाव प्रक्रियाओं में दखलंदाजी कर रहा है।
हाल ही में पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी शाह फैसल कर और रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर कामरान नज़ीर मलिक ने इस हफ्ते कई समारोह में विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनल पार्टी के तीन नेताओं से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी विपक्षी दल के नेताओं से बीते सोमवार से गुरूवार तक ढाका के रिहायशी इलाके गुलशन के रेस्तरां में कई बार मिल चुके हैं।
बीएनपी के तीन नेता मिर्ज़ा अब्बास, खंडाकर मोशर्रफ हुसैन और पूर्व मंत्री बैरिस्टर अमिनुल हक ने पाकिस्तानी अधिकारियों से मुलाकात की थी हालांकि पार्टी के बयान के मुताबिक इन तीनों नेताओं ने दल की मंज़ूरी के बिना मुलाकात की थी।
हाल ही में ढाका ने इस्लामाबाद के नए राजदूत की नियुक्ति के लिए इनकार कर दिया था। बांग्लादेश ने आरोप लगाया कि नया राजदूत भारत और बंगलदेश की सरकार के खिलाफ आईएसआई की गतिविधियों का विस्तार करेगा। पाकिस्तान ने सक़लैन स्येदाह को बांग्लादेश का राजदूत चुना था लेकिन बांग्लादेश ने उनकी नियुक्ति से इनकार कर दिया था।
पाकिस्तान साल 1970 से बीएनपी और उसके समर्थक जमात ए इस्लामी का सहयोग करता है। पूर्व प्रधानमन्त्री खालिदा जिया पर एक बार चुनावों के लिए आईएसआई से फंड लेने का आरोप लगा था।
बांग्लादेश के राजनीतिक विशेषज्ञ ने कहा कि बीएनपी भारत के लिए जानी जाती है और आवामी लीग ने उन्हें कोसने की शुरुआत की थी।