पाकिस्तानी संसद के उच्च सदन सीनेट में सरकार ने बताया कि ईरान पर लगे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण पाकिस्तान-ईरान गैस पाइपलाइन परियोजना का काम रुक गया है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार ऊर्जा मंत्रालय द्वारा सीनेट में दिए गए एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया कि काम रुकने की मुख्य वजह ईरान पर लगे प्रतिबंध हैं।
सरकार की तरफ से सदन को सूचित किया गया कि इस गैस पाइपलाइन को लेकर ईरान के साथ एक संशोधित करार किया गया है। इसके तहत दोनों देशों को इस परियोजना को पूरा करने के लिए पांच साल और दिए जाएंगे। हालांकि, इसके काम में कोई भी प्रगति अमेरिकी प्रतिबंधों के उठाए जाने से जुड़ी होगी।
एक अन्य जवाब में ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान में तेल और गैस की खोज के सिलसिले में 50 कंपनियां काम कर रही हैं। इनमें 15 स्थानीय और 35 विदेशी हैं।