कश्मीर में इस्लामिक स्टेटके एक कथित संगठन ने एक वीडियो को जारी किया है और दावा किया कि एक दिन पूर्व उनके लड़ाके की हत्या की गयी थी और इसका आदेश पाक सरकार ने दिया था। विलायत अल हिन्द ने पाकिस्तान की सरजमीं पर सक्रीय हिज्बुल मुजाहिद्दीन और लश्कर ए तैयबा पर निशाना साधा है।
आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने दावा किया कि “मीडिया के मुताबिक आदिल अहमद डार का लश्कर के साथ एके-47 को लेकर विवाद हुआ था लेकिन यह सच नहीं है, उसकी हत्या की गयी थी।” इस वीडियो को काले झंडो के साथ शूट किया गया था हालाँकि सुरक्षाबलों ने इसकी पहचान कर ली है।
इस प्रवक्ता का की पहचान खतीब के नाम से हुई है और उसने कैसे हिज़्बुल और लश्कर के आतंकियों ने डार की हत्या की थी। खतीब ने हिज्बुल के कमांडर को काफिर सम्बोधित करते हुए कहा कि “उसके पास हिज्बुल की सच्चाई उजागर करने और पाकिस्तान के खिलाफ सबूत है कि आदिल को भारतीय सैनिको ने नहीं मारा है।”
विदेशों में तस्वीरों को दिखाते हुए खतीब ने डार की तीन लोगो के साथ एक तस्वीर को दिखाया था। प्रवक्ता ने कहा कि “तस्वीरों में यह लोग भारत के सैनिक नहीं बल्कि पाकिस्तानी सेना के एजेंट्स है जिन्होंने साजिश को अंजाम देते हुए आदिल की हत्या कर दी थी।”
काफिर पाकिस्तान के लिए जंग लड़ रहे हैं और पाकिस्तान की सरकार सबसे बड़ी धोखेबाज़ है। अगर हिज्बुल और लश्कर का मकसद सिर्फ एके-47 को चुराना था तो वह आदिल को बांधकर छीन सकते थे लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के इशारे पर डार की हत्या कर दी थी।”