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    पाकिस्तान से आयात पर प्रतिबन्ध

    पाकिस्तान से आयातित 10 प्रमुख उत्पादों जैसे फल, सीमेंट, चमड़ा आदि पर आयात शुल्क में 200 प्रतिशत तक वृद्धि की गुंजाइश है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा छीन लिया गया था। पाकिस्तान से भारत को आयातित 10 प्रमुख उत्पादों में ताजे फल, चमड़ा, पेट्रोलियम पदार्थ, सीमेंट आदि शामिल है।

    जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बिस्वजीत धार ने कहा कि “पाकिस्तान से आयातित उत्पादों पर अधिक अतिरिक्त शुल्क को बढ़ाने से हम उन्हें व्यापार में अलग-थलग कर देंगे। कस्टम ड्यूटी में अत्यधिक इजाफा पाकिस्तान के निर्यातकों के लिए परेशानी उत्पन्न कर सकता है।”

    फेडरेशन ऑफ़ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाईजेशन के डायरेक्टर जनरल अजय सहाई ने कहा कि इस निर्णय के कारण पाकिस्तान पर सार्थक प्रभाव पड़ेगा। पाकिस्तान से आयातित दो प्रमुख उत्पाद फल और सीमेंट है, जिस पर आयातित शुल्क क्रमशः 30-35 प्रतिशत और 7.5 प्रतिशत लगता है।

    पाकिस्तान से पहले से आर्डर कर सामान के कारण स्थानीय आयातकों को परेशानी हो सकती है। सूत्र के मुताबिक उन्हें 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी देनी होगी या काफी पेपर वर्क करना होगा। पुलवामा आतंकी हमले पर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाना शुरू कर दिए हैं। इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

    साल 2017-18 में पाकिस्तान से भारत के आयात में 4885 लाख डॉलर का इजाफा हुआ था, जो 2016-17 में 4555 लाख डॉलर था। कस्टम ड्यूटी में वृद्धि से भारतीय बाज़ारों में पाकिस्तानी सामान की कीमतों में उछाल आएगा। पाकिस्तानी आयातित उत्पादों पर 200 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाने का मतलब पाक से आयात पर प्रतिबन्ध है।

    साल 2017-18 में भारत-पाक के मध्य व्यापार 2.41 अरब डॉलर था, जो साल 2016-17 में 2.27 अरब डॉलर था।रिपोर्टों के अनुसार, हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक सुरक्षा कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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