पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जावेद कमर बाजवा ने 15 कट्टर आतंकियों की मृत्युदंड की पुष्टि की है। यह आतंकी नागरिकों की हत्या करने और साल 2016 में पेशावर में हुए क्रिस्चियन कॉलोनी आत्मघाती हमले में भी संलिप्त थे। सेना की मीडिया विंग ने बयान जारी कर कहा कि आतंक से सम्बंधित कई घृणित हमलो में शामिल 15 कट्टर आतंकियों की मौत की सजा की पुष्टि सेनाध्यक्ष ने कर दी है।
बयान में कहा कि इन आतंकियों पर सैनिकों पर हमले, क्रिस्चियन कॉलोनी में आत्मघाती हमले, शैक्षिक संस्थानों को ध्वस्त करने और मासूम नागरिकों की हत्या करने के आरोप हैं। क्रिस्चियन कॉलोनी सैन्य छावनी के बाहर है। तालिबान के गुट जमात उर तहरार ने इस हमले की जिम्मेदार ली थी।
इस प्रतिबंधित संगठन के सदस्य इबरार ने पेशावर के नजदीक क्रिस्चियन कॉलोनी में आत्मघाती हमले की योजना बनायीं और हमलावरों को उकसाया था। आतंकी ने आत्मघाती हमलावरों को आत्मघाती जैकेट मुहैया की थी।
आईएसपीआर ने कहा कि गुनाहगार ने अपना गुनाह कबूलकर लिया है और उसे मौत की सज़ा सुनाई गयी है। इस दोषियों के आरोपों की सुनवाई सैन्य अदालत में की गयी थी और आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया था। उन्होंने बताया कि इन आरोपियों द्वारा अंजाम दी गयी आतंकी गतिविधियों में 34 लोगों की मौत हुई है। इसमें सैन्य कर्मी भी शामिल थे।
बयान में बताया कि 15 दोषियों को मौत की सजा के आलावा 20 आरोपियों को उम्रकैद की सज़ा सुनाई गयी है।