Fri. Nov 8th, 2024
    पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर

    आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने उभरने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से बैलआउट पैकेज के लिए गुहार लगाई थी। पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उम्र ने कहा कि “पाक जल्द ही आईएमएफ से बैलआउट पैकेज मिल जायेगा, हम इसके बेहद करीब है। इस्लामाबाद और आईएमएफ के बीच बातचीत जारी है।”

    बैलआउट पैकेज के नजदीक

    पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक वित्त मंत्री ने कहा कि हमारे मध्य मतभेद नागण्य है और ऐसा लगता है कि हम आईएमएफ के साथ समझौते मुक्कमल करने के लिए काफी नजदीक पंहुच चुके हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सत्ता में आने के बाद ही आईएमएफ के साथ राहत पैकेज के लिए बातचीत शुरू हो गयी थी। पाकिस्तान और आईएमएफ के मध्य मुल्क में सुधार को लेकर काफी मतभेद थे।

    अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्डे की दुबई में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात हुई थी।  इस मुलाकात के बाद आईएमएफ के अध्यक्ष ने कहा कि “हम पाक की मदद को तैयार है। इमरान खान यूएई में आयोजित वर्ल्ड गोवेर्मेंट समिट के 7 वे संस्करण में हिस्सा ले रहे हैं।”

    आईएमएफ अध्यक्ष से मुलाकात

    आईएमएफ अध्यक्ष में अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री से सहायता कार्यक्रम मुलाकात सफल रही। उन्होंने कहा कि “मैं दोहराती हूँ कि आईएमएफ पाकिस्तान की मदद को तैयार है। मैं यह रेखांकित करना चाहती हूँ कि निर्णायक नीतियां और आर्थिक सुधार के लिए मज़बूत पैकेज पाक के आर्थिक सुधार को वापस पटरी पर ले आएगा और यह एक समावेशी और मज़बूत वृद्धि की नींव रखेगा।

    जुलाई 2018 तक पाकिस्तान का वित्त घाटा 18 बिलियन डॉलर था। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के पास सिर्फ दो माह के आयात के लिए 8 बिलियन डॉलर शेष है। आईएमएफ का प्रतिनिधित्व समूह बैलआउट पैकेज की बातचीत के लिए नवम्बर को इस्लामाबाद आएगा। साल 2013 में पाकिस्तान पर आये आर्थिक संकट के निपटान के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने भी आइएमएफ का दरवाजा खटखटाया था। उस समय आइएमएफ ने पाकिस्तान को 6.6 बिलियन डॉलर का कर्ज दिया था। तत्कालीन विपक्षी नेता इमरान खान ने इसका विरोध किया था।

    अलबत्ता, पाकिस्तान और आईएमएफ के मध्य को समझौता नहीं हुआ है। लेकिन इस्लामाबाद ने मध्य एशिया के सहयोगियों से 10 अरब डॉलर का कर्ज जुटा लिया है। मूडी इन्वेस्टर की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी डॉलर के आगे पाकिस्तानी मुद्रा में 30 फीसदी गिरावट आयी है। स्टैंडर्ड एंड पूअर्स की हालिया रेटिंग में पाकिस्तान फिसल गया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *