अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्डे की दुबई में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के बाद आईएमएफ के अध्यक्ष ने कहा कि “हम पाक की मदद को तैयार है। इमरान खान यूएई में आयोजित वर्ल्ड गोवेर्मेंट समिट के 7 वे संस्करण में हिस्सा ले रहे हैं। पाक पीएम को यूएई के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तरफ आमंत्रण आया था।
आईएमएफ अध्यक्ष में अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री से सहायता कार्यक्रम मुलाकात सफल रही। उन्होंने कहा कि “मैं दोहराती हूँ कि आईएमएफ पाकिस्तान की मदद को तैयार है। मैं यह रेखांकित करना चाहती हूँ कि निर्णायक नीतियां और आर्थिक सुधार के लिए मज़बूत पैकेज पाक के आर्थिक सुधार को वापस पटरी पर ले आएगा और यह एक समावेशी और मज़बूत वृद्धि की नींव रखेगा।
In my meeting today with IMF Managing Director Christine Lagarde there was a convergence of our views on the need to carry out deep structural reforms to put the country on the path of sustainable development in which the most vulnerable segments of society are protected.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 10, 2019
पाकिस्तान की नयी सरकार ने कई नयी नीतियों पर बल दिए है, मसलन गरीबो का संरक्षण और सरकार की मज़बूती कुछ ऐसी प्राथमिकताएं हैं जिससे लोगों के जीवन यापन करने के तरीके में सुधार आता है। इमरान खान ने भी आईएमएफ के अध्यक्ष के साथ मुलाकात के बाबत ट्वीट किया था।
The potential of Pakistan & its people has been the driving factor in my political journey. To all those parties looking at Pakistan today as it begins it’s uphill journey, my message from the #WorldGovernmentSummit is: this is the time to invest in Pakistan, don’t miss the boat pic.twitter.com/mk8yzQtF3W
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 10, 2019
इस वार्ता में मौजूद रहे वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से आयी खबर के अनुसार “पाक सरकार और आईएमएफ ने बीते हफ़्तों में निरंतर बातचीत से समझौता कर इस निर्णय स्थिति में पंहुचे हैं। वित्तीय विभाग के प्रवक्ता खाकान नजीब ने कहा कि सभी क्षेत्रों में आईएमएफ के साथ फलदायी वार्ता जारी है, इसमें ऊर्जा, वित्तीय, ढांचागत सुधार और मौद्रिक निति शामिल है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने आंकड़ों और सुधार पर अपने विचार निरंतर साझा किये थे। बीते हफ़्तों में सरकार और आईएमएफ के बीच निरंतर बातचीत आगामी हफ़्तों में भी जारी रहेगी।
यूएई ने बीते वर्ष पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर को वित्तीय सहायता मुहैया करने का ऐलान किया था। सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान की इसी तरह आर्थिक मदद की थी। ताकि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय संकट से उभर सके और आईएमएफ से कर्ज लेने से बच सके। पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान आर्थिक मदद के लिए सऊदी अरब, यूएई, चीन और मलेशिया की यात्रा पर गए थे। हाल ही में अमेरिका ने कहा था कि चीनी कर्ज का भुगतान करने के लिए पाकिस्तान को एक पाई भी नहीं दी जाएगी। आईएमएफ यह सब सुनिश्चित करने के बाद ही बैलआउट पैकेज मुहैया करेगा।