अमेरिका के पूर्व रक्षा सचिव जेम्स मैटिस ने पाकिस्तान को विश्व का सबसे खतरनाक देश करार दिया है। उन्होंने कहा कि “जिन देशों में मैंने कार्य किया है उनमें पाकिस्तान को उसके सामाजिक कट्टरपंथ और परमाणु हथियारों के कारण मैं सबसे ज्यादा खतरनाक मानता हूं। हम परमाणु हथियारों के तीव्रता से बढ़ते जखीरे को आतंकियों को सौंपने नहीं दे सकते हैं। इसका नतीजा बेहद हानिकारक हो सकता है।”
इसी साल जनवरी में अमेरिका के रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले जेम्स मैटिस ने भारत के साथ पाकिस्तान की दुश्मनी की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान अपनी भूराजनीति को भारत के प्रति शत्रुता के प्रिज्म से देखता है और ऐसे ही अफगानिस्तान पर अपनी नीति को आकार देता है। पाकिस्तान की सरकार काबुल में एक मैत्रीपूर्ण सरकार चाहती है ताकि भारतीय प्रभाव से काबुल को दूर रखा जा सके।”
अपनी आत्मकथा ‘कॉल साइन केओस’ में उन्होंने कहा कि “जिस देशो में मैंने कार्य किया है उनमे से पाकिस्तान सबसे खतरनाक देश है और इसका कारण सामाजिक कट्टरपंथ और परमाणु हथियारों की उपलब्धता है।” जेम्स मैटिस अमेरिकी सेना में सेवाए दे चुके हैं और जेम्स मैटिस ट्रंप कैबिनेट के सदस्य भी थे।
मैटिस ने अपने किताब में लिखा है कि पाकिस्तान का एटमी हथियारों का जखीरा बेहद तीव्रता बढ़ा रहा है और पीएम इमरान खान के कैबिनेट के सहयोगी इसकी धमकी देने से नहीं कतरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “”हम पाकिस्तान के साथ अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं लेकिन हमारे विभाजन बहुत गहरे है और उन्हें हल करने के लिए भरोसा बेहद कम है।”
यही कारण था कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मई 2011 में ओसामा बिन लादेन को खोजने और मारने वाले अमेरिकी नौसेना सील के बाबत पाकिस्तान को सूचित नहीं किया था। मैटिस ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार अमेरिका के साथ संबंधो को पटरी पर लाने के लिए तालिबान को मना रहा है और अमेरिकी इतिहास में सबसे लम्बे युद्ध को खत्म करने के प्रयासों में जुटा हुआ है।