अमेरिका और पाकिस्तान के मध्य आतंकवाद को लेकर संघर्ष का माहौल बना हुआ है। एक समय था जब अमेरिका की पूँछ पकडे पाकिस्तान एशिया में धाक जमाता था।
आज वही अमेरिका पाकिस्तान को निगलने के लिए तैयार बैठा है। अमेरिका के राज्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी हेनरी इंसर ने बताया कि अमेरिका पाकिस्तान का सहभागी बनने को तैयार है।
पाकिस्तान नीति पर विलसम सेंटर को सम्बोधित करते हुए कहा कि अमेरिका इस बात पर चुप नहीं रह सकता कि आतंकी समूह पाकिस्तान में मौज़ मना रहे हैं।
उन्होंने दोहराया कि पकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के बाबत तब कहना चाहिए था जब वह उसके इच्छुक था। उन्होंने बताया कि अमेरिका पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में बिजली के लिए ग्रिड पर 3200 मेगावाट की सहायता करता है।
वरिष्ठ अधिकारी हेनरी ने कहा कि अफगानिस्तान के मसले को पाकिस्तानी हितों के चश्मे नहीं देखा जायेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति ने हाल ही में पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक सैन्य सहायता पर रोक लगा दी थी। अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने में विफल बताया।
ईरान-पाकिस्तान के बॉर्डर से 10 सैनिकों के अपहरण में तेहरान की सरकार ने पाकिस्तान को आतंकियों का पनाहगार बताया। ईरान के 10 सैनिक पाकिस्तान सीमा से चरमपंथियों द्वारा किडनैप कर लिए गए थे।