डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि “पाकिस्तान को कुछ परिणाम दिखाने की जरुरत है ताकि अमेरिका और उसके बीच भरोसा और विश्वास कायम रहे। परमाणु प्रसार सुरक्षा चिंताओं में सबसे अधिक परेशानी है। राज्य विभाग के उप प्रवक्ता रोबर्ट पालडिनो ने पत्रकारों से कहा कि “राज्य विभाग सचिव ने पाकिस्तान को परिणामों को दिखाने की बात पर जोर दिया है, ताकि दोनों देशों के बीच विश्वास और भरोसा कायम रहे।”
उन्होंने कहा कि “हम एक समृद्ध पाकिस्तान चाहते हैं जो क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा में सकारात्मक योगदान दे।” हाल ही में पाकिस्तान के परमाणु प्रसार को देश के लिए तीसरी सबसे बड़ी चिंता बताई थी। उन्होंने कहा था कि “परमाणु प्रसार देश की सबसे प्रमुख चिंता है जो हमारी राष्ट्रीय सुरसखा रणनीति को तय करती है।”
रोबर्ट पालडिनो ने कहा कि “अफगानिस्तान में शान्ति वार्ता के लिए पाकिस्तान एक अहम किरदार निभा सकता है। इसमें वाकई कुछ है कि प्रशासन इसे देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खातर मानता है।”
पाकिस्तान और ईयू ने सोमवार को अफगान सरकार और तालिबान के बीच बातचीत की शुरुआत का ऐलान किया था और कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में शान्ति लेकर आएगा।
पाकिस्तान-ईयू रणनीतिक वार्ता के चौथे सत्र का आयोजन इस्लामाबाद में हुआ था। जहां विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और ईयू विदेश नीति व सुरक्षा प्रमुख फेडेरिका मोघेरिनी ने अपने-अपने दल का प्रतिनिधित्व किया था।
हाल ही में इमरान खान ने कहा था कि “तालिबान के साथ शान्ति वार्ता के लिए अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार की नियुक्ति होनी चाहिए क्योंकि मौजूदा सरकार शान्ति वार्ता में खलल डाल रही है।” इस बयान पर अफगानिस्तानी सरकार ने विरोध प्रकट किया और अपने राजदूत को वापस मुल्क बुला लिया था।
अफगान सरकार ने यूएन को पत्र लिख पकिस्तानी दखलंदाज़ी की समस्या का समाधान करने के लिए जरुरी कदम उठाने का आग्रह किया है। पत्र के मुताबिक पाक ने साल 2017 से 2018 में 28849 गोले दागे थे। इस कारण अफगानिस्तान में 22 लोगों की मौत हो गयी थी और 187 लोग जख्मी हुए थे।