अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया को लेकर भारत और पाकिस्तान के मध्य जंग स्थिति बनी हुई है। पाकिस्तान के, अफगानिस्तान में भारत की कोई भूमिका नही होने के बयान पर भारत ने पलटवार करते हुए कहा कि अफगानिस्तान एक संप्रभु और स्वतंत्र राष्ट्र है और कोई अन्य देश उसकी तरफ से कोई आदेश नही दे सकता है।
भारत का पलटवार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान को यह तय करने का कोई हक़ नहीं है कि क्षेत्रीय और वैश्विक मसलों में अन्य देशों की क्या भूमिका है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक संप्रभु और स्वतंत्र राष्ट्र अफगानिस्तान की तरफ से अपना निर्णय नहीं सुना सकता है।
रवीश कुमार ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति प्रकिया में पाकिस्तान को पहले अपनी भूमिका पर विचार करना चाहिए। हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत के खिलाफ आलोचनात्मक बयान दिया था।
पाकिस्तान का बयान
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने गुरूवार को कहा कि अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया में भारत की कोई भूमिका नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान अपनी बात पर हमेशा कायम रहा है कि अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया ‘अफगान नीत, अफगान स्वामित्व वाली व अफगान नियंत्रित’ होना चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि अपनी इसी नीति का पालन करते हुए हमने अमेरिका और तालिबान से सीधे बातचीत का तरीका निकाला था। मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान का मानना है कि इस जंग से जूझते देश में शांति अफगानिस्तान में आंतरिक बातचीत जरिये ही आएगी।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया के लिए भारत का भी सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि उन्होंने अफगानिस्तान में शांति से सम्बंधित सभी पक्षकारों से बातचीत की है और भारत का सहयोग भी इसमें बेहद महत्वपूर्ण है।