पाकिस्तान की सेना अपने चिर प्रतिद्वंदी भारत के साथ रिश्ते सुधारने की जुगत में हैं, वही कई सैन्य अधिकारियों के अधिकारियों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ रिश्ते बिगड़ने से पाकिस्तन को आर्थिक नुकसान हो सकता है। पाकिस्तान के पूर्व सैन्यधिकारियों ने कहा कि अर्थव्यवस्था की धीमी गति और पश्चिम के साथ संबंधों को सुधारने के कारण पाकिस्तान का ध्यान भारत की तरफ झुक गया है।
अमेरिका के साथ बिगड़ते रिश्ते
डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान की 2 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता निरस्त कर दी थी, इससे पाकिस्तान की चीन पर निर्भरता अत्यधिक बढ़ गयी है। भारत के साथ शांति स्थापित करने का सबसे बड़ा पक्षधर पाकिस्तानी सेना का प्रमुख जावेद कमर बाजवा है जो यूएन के शांति बहियाँ में भारत के जनरल के अंतगर्त कार्य कर चुका है।
जावेद कमर बाजवा ने बीते हफ्ते सिख श्रद्धालुओं के लिए भारत के साथ सीमा नियंत्रण में ढिलाई बरतने को कहा था। सैन्य प्रमुख ने सार्वजनिक स्तर पर चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का समर्थन किया है, इस प्रोजेक्ट में चीन 60 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है। इस परियोजना के कर्ज के कारण पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के द्वार खटखटाने पड़े थे।
पाकिस्तान की शांति वार्ता की पहल
पकिस्तान ने भारत के साथ वार्ता बहाल करने का ऐलान करके सभी चौंका दिया था। इमरान खान ने कहा था कि भारत के साथ कश्मीर मसले कोसुझाने को लेकर उनकी पार्टी और सेना के विचार एक समान है। साल 1980 के बाद का आईएमएफ से यह 13 वां बैलआउट पैकेज होगा।
अगस्त में पाकिस्तान की कमान संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प और इमरान खान के बीच कट बार तकरार हुई है। हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने अमेरिका से रकम वसूलने के आलावा रत्ती भर भी कार्य नहीं किया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान पर चरमपंथियों के आजाद घूमने और सुरक्षित पनाह मुहैया करने के कारण लगाया गया था।
क्या अमन कायम होगा ?
पाकिस्तान में सत्ता की असली कमान सेना के हाथों में होती है, 71 सालों के इतिहास में आधे से अधिक समय सेना ने सत्ता पर शासन किया है। विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य तीन प्रमुख जंग हुई है। पाकिस्तान में सेना एक प्रमुख और सशक्त संघठन हैं, जो दोनों देशो के मध्य शांति स्थापित करने में एकमात्र रोड़ा है। भारत के नेताओ ने पकिस्तानी सेना पर तनाव बढाने के आरोप लगाये हैं।
भारत और अमेरिका के मुताबिकी पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर आतंकियों को पनाह दे रहा है और साल 2008 में मुंबई हमलों मास्टरमाइंड आज पाकिस्तान में आज़ाद घूम रहा है। अमेरिका भी पाकिस्तान की संबंधों को बहाल करने की रणनीति पर नज़र बनाये हुए हैं।