पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार को कहा कि उन्हें उस दिन की उम्मीद है जब उनका देश न केवल राजनयिक बल्कि आर्थिक कारणों से भी भारत से जुड़ पाएगा। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जरदारी ने स्वीकार किया कि भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध ‘आगे नहीं बढ़ रहे हैं’।
जरदारी ने बताया कि पाकिस्तान के आर्थिक और व्यापार अवसरों को विवृत करना होगा व आवश्यक विभिन्न कदमों उठाने होंगे। उन्होंने कहा: “आज नहीं तो कल, वह दिन आना ही होगा। उस दिन हम अपनी पूरी आर्थिक क्षमता को अनलॉक करेंगे, और सभी समृद्धि का फल अपने विभिन्न पड़ोसियों के साथ साझा करेंगे।” ।” ।
“भारत के साथ हमारे संबंध स्पष्ट रूप से आगे नहीं बढ़ रहे हैं, लेकिन एक दिन हम उस स्थिति में पहुंच जाएंगे जहां अंतरराष्ट्रीय संस्थान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आएंगे। निश्चित रूप से, एक दिन होगा जब हम अपने पड़ोसी के साथ जुड़ने में सक्षम होंगे, न केवल कूटनीतिक रूप से बल्कि आर्थिक रूप से भी,” उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच ( World Economic Forum-WEF) की वार्षिक बैठक 2022 के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा।
“क्या हमें उन्हीं पुराने मुद्दों को बार-बार लड़ना चाहिए या क्या हमें आधुनिक मुसलमानों के देश के रूप में जाने जाने और एक सफल भविष्य का लक्ष्य रखना चाहिए?” जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान कई विवादों के गंभीर आर्थिक प्रभावों से जूझ रहा है।
विदेश मंत्री के अनुसार, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका राजनीतिक तकरार को अलग रखना और अपने देश की विशाल अप्रयुक्त क्षमता को खोजना और उजागर करना है।
उन्होंने कहा, “हम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह प्रदर्शित कर सकते हैं कि पाकिस्तान एक कार्यशील देश है।