पेरिस में स्थित इंटरनेशनल टेरर वित्तीय निगरानीकर्ता एफएटीएफ ने बीते वर्ष जून में पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल दिया था ताकि वह आतंकी समूहों के समर्थन करना बंद कर दे। फरवरी में एफएटीएफ ने पाकिस्तान की आतंकी समूहों पर कार्रवाई को विफलता के कारण ग्रे लिस्ट में डाल दिया था।
पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा आतंकी समूह मौजूद हैं। बीते महीने 10 सदस्यों के पाकिस्तान के प्रतिनिधि समूह ने एशिया पैसिफिक ग्रुप की बैठक को शिरकत की थी। चीन ने धनशोधन और आतंकी वित्त के खिलाफ पाकिस्तान के प्रयासों का बचाव किया है।
बयान के मुताबिक, उन्होंने पाकिस्तान द्वारा एफएटीएफ एक्शन प्लान का पालन करने के कदमो के बाबत बताया था। उन्होंने नियामक यंत्र को रेखांकित किया था कि पाकिस्तान ने धनशोधन और आतंक वित्त मदद के खिलाफ कार्रवाई की थी।
शाह महमूद कुरैशी ने माइक पोम्पिओ को पाकिस्तान द्वारा नेशनल एक्शन प्लान के तहत उठाये गए कदमो के बाबत बताया था ताकि वह आतंकवाद का खात्मा कर सके। दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान में शान्ति प्रक्रिया पर चर्चा की थी और क्षेत्र में शान्ति लाने की तरफ कार्य करने की प्रतिबद्धता पर चर्चा की थी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर हैं और उन्हने गृह सचिव साजिद जावीद से द्विपक्षीय मामलो पर चर्चा की थी।