पाकिस्तान की सेना के सेनाध्यक्ष जनरल जावेद कमर बाजवा ने बताया कि “एक साल के लिए पाकिस्तान के रक्षा बजट में कटौती से किसी भी प्रकार के खतरे पर सेना की जवाबी प्रतिक्रिया करने की क्षमता से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।” जावेद कमर बाजवा ने भारत से सटी नियंत्रण रखे के समीप सैनिको के साथ ईद का जश्न के दौरान बयान दिया था।
पाकिस्तान की सेना ने स्वैच्छा से अगले वित्त वर्ष में रक्षा बजट में कटौती करने का फैसला लिया है। पाकिस्तान आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है और सरकार ने इस समस्या का समाधान करने के लिए अभियान की शुरुआत की है। पाकिस्तान की ताकतवर सेना के हैरतअंगेज़ कदम के बाद जनरल बाजवा ने राष्ट्र को सुनिश्चित किया कि इससे सेना की जवाबी प्रतिक्रिया की काबिलियत पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर सैनिको के साथ ईद का जश्न मनाते हुए बाजवा ने कहा कि “किसी भी सैनिक के लिए ईद जैसे किसी भी त्यौहार के दिन परिवार की बजाये मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य का निर्वाह करना सबसे गौरवान्वित लम्हा होता है। हमारा पहला परिवार पाकिस्तानी राष्ट्र है।”
उन्होंने कहा कि “आगामी वित्तीय वर्ष में रक्षा बजट में कटौती का प्रभाव किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने में नहीं पड़ना चाहिए और न ही इसका असर सैनिको की जिंदगी की गुणवत्ता पर पड़ेगा। तनख्वाह न देने का निर्णय सिर्फ अधिकारीयों के लिए है, सैनिक इसमें शामिल नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान की सेना इस वित्त वर्ष में बजट की कमी से निपट लेगी।” स्टॉकहोल्म इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट की अप्रैल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में विश्व में सेना पर खर्च करने वाले राष्ट्रों में पाकिस्तान 20 वें पायदान पर था। उन्होंने 11.4 अरब डॉलर का निवेश किया था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना द्वारा स्वेच्छा से रक्षा बजट में कटौती की सराहना की है। पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बीच छह अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए बातचीत जारी है। इमरान खान ने कहा कि “पाकिस्तान के सामने बहुपक्षीय सुरक्षा चुनौतियों के बावजूद सेना का बजट में कटौती बेहद प्रशंसनीय है।”
बुधवार को सैन्य प्रवक्ता ने ट्वीट कर भारतीय मीडिया की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि “भारत की फर्जी मीडिया हमारे आंतरिक बजट चयन के मामलो में व्यस्त है। हमारे समक्ष जवाबी प्रतिक्रिया की काबिलियत और क्षमता है। उनकी सेना के पीछे राष्ट्र दृढ़ता से खड़े है।”
भारत और पाकिस्तान के बीच 14 फरवरी से तनाव काफी बढ़ गया था। पाकिस्तान के जैश ए मोहम्मद ने कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला किया था। इसके बाद भारत ने जवाबी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला किया था।