अमेरिका ने पाकिस्तान में आतंकवाद के के कारण अपने नागरिकों को पाक यात्रा पर जाने से पूर्व दोबारा विचार करने का सुझाव दिया है। इसके आलावा संवेदनशील इलाको बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनवा और पाक अधिकृत कश्मीर में नहीं जाने की सलाह दी है। आतंकवादी हमलो के कारण यह इलाके सबसे खतरनाक है।
पाकिस्तान न जाए अमेरिकी
सोमवार को जारी हुई अमेरिका की एडवाइजरी के मुताबिक, पाकिस्तान को ‘लेवल थ्री’ यानी तीसरे स्तर की केटेगरी में रखा है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनवा, भारत-पाक सीमा और पाक अधिकृत कश्मीर को सबसे खतरनाक चौथी केटेगरी में रखा है और यहां अमेरिकी नागरिकों को अधिक खतरे के कारण न जाने की सलाह दी गयी है।
राज्य विभाग ने कहा कि “पाकिस्तान और उसके नजदीकी इलाकों में नागरिक विमानन संचालन के अधिक खतरे के कारण फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने एयरमैन और स्पेशल फ़ेडरल एविएशन रेगुलेशन को नोटिस जारी किया है। आतंकी समूह पाकिस्तान में संभावित हमलो की तैयारी जारी रखेंगे। आतंकी समूह बिना चेतावनी के हमला कर सकते हैं। इनका निशाना ट्रांसपोर्टेशन हब, बाज़ार, शॉपिंग मॉल, सैन्य ठिकानों, हवाईअड्डे, यूनिवर्सिटी, पर्यटन स्थलों, स्कूल, अस्पताल, पूजा स्थल और सरकारी विभाग हो सकते हैं।”
आतंकवाद से खतरा
उन्होंने कहा कि “आतंकवादियों ने पूर्व में अमेरिकी राजनयिकों और राजनयिकों के ठिकानो को निशाना बनाया था और सूचना के मुताबिक वह ऐसा करना जारी भी रखेंगे। पाकिस्तान में आतंकी हमले होते रहेंगे। इसमें खैबर पख्तूनवा, बलूचिस्तान और आदिवासी क्षेत्र शामिल है। इन हमलो में सैकड़ों लोगो ने अपनी जान गंवाई है।”
राज्य विभाग ने कहा कि “बलूचिस्तान प्रान्त की यात्रा मत करना। वहां आतंकी समूह सक्रीय है, अलगाववादी आंदोलन जारी है और नागरिको, सरकारी दफ्तरों और सुरक्षा बलों पर क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए आतंकी हमलो को अंजाम दिया जाता है। ऐसा ही पीओके में हैं, यहाँ चरमपंथियों का गढ़ है और भारत-पाकिस्तान के बीच बन्दूक और तोपों से गोलीबारी होती रहती है।”
उन्होंने कहा कि “केपीके प्रान्त में भी यात्रा मत करना। यहां आतंकी और चरमपंथी समूह निरंतर नागरिकों, गैर सरकारी संगठनों, सरकारी दफ्तरों और सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकी हमले करते रहते हैं। यह समूह आम नागरिकों और सरकारी अधिकारीयों के बीच में कोई भेदभाव नहीं करते हैं। यहां हत्याएं और अपहरण सामान्य है, यह पोलियो की दवाई पिलाने वाली टीम को भी निशाना बनाते हैं।”