पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बीते महीने अमेरिकी यात्रा के दौरान दो दफा मुलाकात की थी। यूएन जनरल असेंबली के 74 वें सत्र के लिए 21 सितम्बर को इमरान खान न्यूयोर्क की यात्रा पर होंगे।
इमरान खान 27 सितम्बर को सत्र को सम्बोथित करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमन्त्री पहली मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ करेंगे और दूसरी हाई टी पर करेंगे। वह वैश्विक नेताओं के साथ कश्मीर मामले पर भी चर्चा करेंगे। कश्मीर मुद्दे का पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिशो में जुटा हुआ है।
इमरान खान की यह दूसरी अमेरिकी यात्रा होगी और वह इससे पहले जुलाई में अमेरिका गए थे, ट्रम्प से मुलाकात भी की थी। इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर पर मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था जिसे भारत ने ठुकरा दिया था।
जुलाई में अमेरिका की यात्रा के दौरान खान ने खुलासा किया कि उनके मुल्क में अभी भी 30000 से 40000 चरमपंथी मौजूद है। जिनका प्रशिक्षा और लड़ाई अफगानिस्तान और कश्मीर के कुछ भागो में किया जा रहा है। गलवार को यूएनएचआरसी की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को सख्ती से ख़ारिज किया था।
भारत ने कहा कि “जम्मू कश्मीर पर झूठे दावे एक आतंकवाद के केंद्र से आ रहे हैं और एक ऐसे राष्ट्र से जहां सीमा पार आतंकवाद एक कूटनीतिक नीति है।” पाकिस्तान के प्रोपोगेन्डा को खारिज करते हुए भारत ने कहा कि “अपने क्षेत्रीय इरादों को पाने की लालसा में ऐसे बेतुके कार्य किये जा रहे हैं और इस्लामाबाद का उन्माद बयान झूठे और मनगढ़ंत है, जिसका मकसद मंच का राजनीतिकरण और ध्रुवीकरण करना है।”