पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने अमेरिका में व्यतीत किये दूसरे दिन में अमेरिकी सांसदों को कश्मीर मामले के बारे में समझाया है। सांसदों में अमेरिका की सीनेट के अल्पसंख्यको के नेता चक स्चुमेर और सीनेट के चेयरमैन लिंडसे ग्राहम भी शामिल थे।
यूएन में कश्मीर मुद्दा उठाएंगे इमरान खान
पाकिस्तान अभी आर्थिक संकट की स्थिति से जूझ रहा है और प्रधानमन्त्री इमरान खान भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने पर सांसदों को बता रहे हैं। नरेंद्र मोदी भी अमेरिका में मौजूद है और दोनों देशो के बीच संबंधो को प्रगाढ़ करने के लिए इस मंच का इस्तेमाल कर रहे हैं।
यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी ने ऊर्जा सेक्टर के मुख्य अधिकारियो से मुलाकात की थी और ऊर्जा सेक्टर में अवसरों के तरीको और संयुक्त निवेश अवसरों के विस्तार पर चर्चा की गयी थी। न्यूयोर्क की यात्रा से पूर्व खान ने सभी मंचो पर कश्मीर मुद्दे को उठाने का संकल्प लिया था।
न्यूयोर्क में ठहरने के दौरान इमरान खान वैश्विक मुल्को के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे और यूएन की आला बैठको में शामिल होंगे। इमरान खान यूएन जनरल असेंबली को भी सम्बोधित करेंगे। इमरान खान हर मंच पर कश्मीरियों के हक़ की आवाज को बुलंद कर रहे हैं लेकिन वह अपने ही मुल्क में अल्पसंख्यको की स्थिति पर चुप्पी साधकर बैठे हैं।
पाकिस्तान ने कई मौको पर अपने राष्ट्र में अल्पसंख्यको की सुरक्षा का संकल्प लिया था हालाँकि मुल्क में निरंतर अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय को जबरन धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जाता है।
हाल ही में पाकिस्तान के घोटकी जिले में एक हिन्दू अध्यापक पर छात्र ने ईशनिंदा का आरोप लगाया था और इसके बाद अध्यापक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। भीड़ ने अध्यापक के स्कूल और हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की थी। यूएनजीए की बैठक के इतर पाकिस्तान, तुर्की और मलेशिया एक त्रिकोणीय सम्मेलन का आयोजन भी करेंगे।