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    तालिबान के लड़ाके

    अमेरिकी स्पाईमास्टर ने कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह भारत और अफगानिस्तान में आतंकी हमले करना जारी रखेंगे। नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डेन कोअट्स ने कहा कि “पाकिस्तान का आतंकवाद को खत्म करने का हीलहवाली रवैया या कुछ समूहों को अपनी नीति के तहत इस्तेमाल करना और सिर्फ उन्ही चरमपंथी समहों का खात्मा करना जिनसे पाकिस्तान को खतरा हो, इस रवैये ने तालिबान के खिलाफ अमेरिकी आतंक रोधी नीति के प्रयासों को झकझोर का रख दिया है।”

    उन्हने कहा कि “पाकिस्तान के समर्थन से फल फूल रहे चरमपंथी समूह मुल्क में अपने सुरक्षित संरक्षण का फायदा उठाना जारी रखेगा और भारत व अफगानिस्तान के खिलाफ आतंकी हमले जारी रखेगा, साथ ही अमेरिका के हितों के खिलाफ होगा।” अमेरिकी निदेशक ने यह बात ख़ुफ़िया निगरानी पर बनी सीनेट समिति के सदस्यों के समक्ष कही थी।

    निदेशक व अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग के वरिष्ठ अधिकारी देशव्यापी स्तर पर खतरे के बाबत चर्चा के लिए एकत्रित हुए थे। इसमें सीआईए की निदेशक गिना हास्पेल भी थी, जो हाल ही में भारत यात्रा से वापस गए थे, इसके आलावा एफबीआई के डायरेक्टर क्रिस्टोफर वरे और डिफेन्स इंटेलिजेंस एजेंसी के डायरेक्टर रोबर्ट आश्ले भी थे।

    डेन कोअट्स ने कहा कि साल 2019 में दक्षिण एशिया के देशों की चुनौतियों में इजाफा होगा क्योंकि अफगानिस्तान में मध्य जुलाई के करीब राष्ट्रपति के चुनाव है और तालिबान निरंतर आतंकी हमले कर रही है, पाकिस्तान आतंकी समूहों के साथ समझौता कर रहा है और भारत में आम चुनावों के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने का खतरा है।

    उन्होंने कहा कि “न तालिबान और न ही अफगान सरकार को अफगानी युद्ध में सैन्य एडवांटेज मिलेगा। अफगानी सेना शहरों और सरकारी महकमों की सुरक्षा कड़ी रखती है लेकिन तालिबान आतंकी हमलों की संख्या को निरंतर बाधा रहा है और अफगानी सेना को विशाल सेना की कमी खल रही है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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