ईरान के तेल टैंकर को कब्जे में लेने के कारण ब्रिटेन के साथ तेहरान का तनाव का पारा बढ़ता जा रहा है। ईरान की इस्लामिक स्टेट रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बुधवार को पर्शियन गल्फ में ब्रितानी तेल टैंकर को जब्त करने का असफल प्रयास किया था।
ब्रिटेन-ईरान तनाव
ब्रिटेन का टैंकर हेरिटेज होर्मुज़ के जलमार्ग से गुजर रहा था। पर्शियन गल्फ को पार करने के दौरान पांच ईरान की नावो ने टैंकर को घेर लिया था। ईरानी नावो ने जहाज को कोर्स बदलने और ईरानी अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग के नजदीक आने से रोकने का आदेश दिया था।
ईरानी नावो ने इसके बाद ब्रितानी टैंकर को जब्त करने की कोशिश की तो अमेरिका की रॉयल नौसेना टुकड़ी,जो ब्रितानी जहाज के पीछे थी, ने ईरानी सैनिको पर बंदूके तान ली थी। उन्होंने ईरानी नावो को जहाज से वापस जाने का आदेश दिया। एक अमेरिकी एयरक्राफ्ट ने इस सारे दृश्य को रिकॉर्ड कर लिया था।
यह वारदात ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने के दौरान हुई है। बीते वर्ष अमेरिका ने खुद को वैश्विक देशों के साथ हुई परमाणु संधि से अभेजे गए लग कर लिया था। उन्होंने तेहरान पर आतंकवाद और संघर्ष का समर्थन करने का आरोप लगाया था।
बुधवार के शुरुआत में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने धमकी दी थी कि ईरान के सीरिया के लिए भेजे गए टैंकर को जब्त करने का परिणाम ब्रिटेन भुगतेगा। इसी दिन अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा विभाग की इमरजेंसी मीटिंग का आयोजन हुआ था। इसमें साल 2015 की संधि की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई थी।
इस संधि पर पांच देशों ने दस्तखत किये थे, इसमें अमेरिका, रूस, चीन, जर्मनी और यूरोपीय संघ शामिल है ताकि ईरान के नागरिक उर्जा कार्यक्रम को सीमित किया जा सके। प्रतिबंधों से ईरान को निजात के बदले भविष्य में परमाणु हथीयारो का उत्पादन करने से रोका गया था।
ईरान ने सोमवार को ऐलान किया कि उन्होंने अधिकारिक तौर पर यूरेनियम संवर्धन की सीमा का उल्लंघन कर दिया है और वह भविष्य में इसकी मात्रा 20 फीसदी से अधिक करने पर विचार कर रहे हैं।