कोलकाता, 4 जून (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल सरकार ने 11 जून को विद्यासागर कॉलेज में लगी समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की टूटी हुई प्रतिमा को बदलने का फैसला किया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह के लगभग एक महीने पहले हुए रोड शो के दौरान बंगाल के समाज सुधारक की मूर्ति को तोड़ा गया था।
बंगाल सरकार ने कॉलेज में प्रतीकात्मक इशारे के रूप में इस प्रतिमा को बदलने का फैसला किया है।
राज्य सरकार ने आने वाले महीनों में विद्यासागर की शताब्दी को भव्य तरीके से मनाने की योजना तैयार की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समारोह से संबंधित सभी प्रमुख कार्यक्रमों में भाग लेंगी, जिसमें अगले सप्ताह होने वाले विदाई समारोह भी शामिल हैं।
ममता ने कहा, “हम 11 जून को प्रतीकात्मक इशारे के रूप में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की बर्बरता से तोड़ी गई प्रतिमा को बदलेंगे।”
संयोग से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 19वीं सदी के सुधारक विद्यासागर की ‘भव्य प्रतिमा’ को उसी स्थान पर स्थापित करने का वादा किया था, जहां शहर में उसे तोड़ा गया था।
भाजपा अध्यक्ष के रोड शो के दौरान विद्यासागर की प्रतिमा टूट जाने के बाद इसे चुनावी मुद्दा बना दिया गया था।
भाजपा ने प्रतिमा को तोड़ने के लिए तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया था, तो वहीं बनर्जी ने इस मुद्दे पर विरोध दर्ज कराने के लिए एक विशाल रैली आयोजित की थी, जिसमें ममता ने आरोप लगाया था कि यह भाजपा के समर्थकों की करतूत है।
बनर्जी ने यह भी कहा, “हम विद्यासागर कॉलेज को बेहद खूबसूरती के साथ पूरी तरह से विकसित करेंगे। हम संग्रहालय को भी बनाएंगे।”