पश्चिम बंगाल पुलिस की फायरिंग में दो छात्रों की मृत्यु होने के निषेध में पश्चिम बंगाल बीजेपी की ओर राज्य में 12 घंटों के राज्य बंद का आह्वान किया गया था। जिसके बाद राज्य में कई जगहों पर ट्रेन्स और बसों को रोका गया और हमला किया गया हैं।
राज्य में मिदनापुर, कूचबिहार और अन्य जगहों पर बसों को जलाया गया हैं, आंदोलनकारियों द्वारा हावड़ा-बर्धमान रेल लाइन, सील्दाह-बरसात बोनगांव सेक्शन, बंदेल काटवा सेक्शन के रेल लाइन्स पर चलनेवाली ट्रेन्स को रोका गया हैं।
राज्य सरकार के वित्त विभाग ने सोमवार सर्कुलर जारी कर सुचना दी की अगर कोई सरकारी कर्मचारी मंगलवार, बुधवार, गुरुवार को अगर काम पर नहीं आते हैं, तो उनके वेतन में कटौती की जाएगी।
राज्य के वित्त विभाग के आतिरिक्त मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा, “जो कर्मचारी 24 सितम्बर से छुट्टी पर हैं, उन्हें 25 सितम्बर तक काम पर लौटना होगा। (बीजेपी द्वारा घोषित) बंद के एक दिन पहले और एक दिन बाद तक हर कर्मचारी का काम पर आना जरुरी हैं।”
पश्चिम बंगाल के ट्रासंपोर्ट मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने कहा, (बंद के मद्देनजर) 500 सरकारी बस और 1200 से 1400 बसेस कोलकाता में चलाई जाएंगी।
बीजेपी के पश्चिम बंगाल के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “यह जनता का आन्दोलन हैं और सरकार की ओर से बल का उपयोग किया जाए तो, जनता इस का विरोध भी करेगी।”