क्या है आयुष्मान भारत योजना ?
आयुष्मान भारत योजना जिसे मोदीकेयर भी कहा जा सकता है एक भारतीय सरकार की योजना है जोकि 1 अप्रैल 2018 को शुरू की गयी थी। इसकी घोषणा अरुण जेटली ने की थी एवं इसका मुख्या उद्देश्य गरीब एवं कमजोर लोगो को स्वास्थ बीमा मुहैया कराना था।
इस स्कीम को लागत राज्य एवं केंद्र सरकार से 60:40 के अनुपात में मिल रही है। राज्य स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्री अनुप्रिया पटेल के अनुसार मोदी सरकार ने इस साल के नवम्बर महीने के अंत तक 798.34 करोड़ रूपए खर्च कर दिए थे।
विभिन्न राज्यों का आवंटन :
बीजेपी के सांसद के जवाब में यह जानकारी साझा की गयी कि पश्चिम बंगाल को कुल मिलाकर 193.34 करोड़ रूपए आवंटित किये गए थे, बिहार को 188.27 करोड़ एवं छत्तीसगढ़ को 4.43 करोड़ आवंटित किये गए थे।
इससे कितने लोगों को लाभ पहुंचा ?
आयुष्मान भारत के अंतर्गत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना जिसे (PMJAY) के नाम से भी जाना जाता है इससे अब तक कम से कम 10000 लोगों को स्वास्थ लाभ मिल चुका है एवं जल्द ही यह संख्या 30000 पहुंचाने का लक्ष्य है। यह योजना ऐसे परिवारों को जिनकी आर्थिक स्थिति खराब है वार्षिक 500000 तक के स्वास्थ लाभ देती है। यह योजना कुल 50 करोड़ लोगों को लाभ देने के लक्ष्य से शुरू की गयी थी।
उत्तर पूर्वी एवं हिमालय के करीब के इलाकों में यह योजना इस साल सितम्बर में शुरू कि गयी थी एवं तबसे यह 5 लाख मरीजों का इलाज़ करवा चुकी है।
आयुष्मान भारत की कुछ खामियां
इस योजना को भरपूर लागत एवं सरकार का सहार मिलने के बावजूद कुछ ऐसी कमियाँ रह गयी जिन की वजह से यह उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं उतर पायी है। इन कमियों के बारे में जानते हैं :
इस स्कीम की कुछ लोग आलोचना कर रहे हैं उनके अनुसार इसका अधिकतर धन प्राइवेट सेक्टर में खर्च हो रहा है एवं इस पूरी योजना के कार्य में से 60 प्रतिशत कार्य प्राइवेट अस्पतालों में हो रहा है।
इसको दूर करने के लिए हमारी सरकार को अपनी सार्वजनिक स्वास्थ सेवाओं को सदृढ़ करने के बारे में सोचना होगा वरना योजनाओं का पैसा प्राइवेट सेक्टर लगता रहेगा एवं उम्मीदें पूरी नहीं हो पाएंगी।
योजना का कार्य सुधारने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाये ?
सरकार ने हल ही में पांच ऐसी एनालिटिक कंपनियों की टीम तैयार कि है। एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार यह टीम आयुष्मान भारत योजना की खामियों को पहचानने में सरकार की मदद करेगी ताकि सरकार उनको दूर करके इस योजना की पहुँच बढ़ा सके एवं देश के हर गरीब नागरिक को इस योजना का फायदा मिल सके एवं इस योजना का भी ध्येय पूरा हो सके।