केन्द्र शासित भाजपा सरकार की नाकामी पर घेरते हुए बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा हर श्रेणी के लोग चाहे गरीब हो या व्यपारी वर्ग भाजपा सरकार के पांच सालों के कार्यकाल से नाखुश हैं। हैदराबद के तेलंगाना में जन सेना पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कुमारी मायावती ने कहा सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पिछले आम चुनाव मे ने देश की जनता से किया हुआ वादा पूरा करने में नाकाम हुई है। और इस बार एक नई रणनीति के साथ जनता को धोका देने आई हैं।
साथ ही मायावती ने कांग्रेस पर भी हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पिछले किए वादों को पूरा नही किया और एक नए वादे गरीबी हटाओं के आकर्षक वादे के साथ आई हैं। पूरे देश के भाजपा शासित क्षेत्रों में लोग नाखुश हैं। हर वर्ग के लोग चाहे वह गरीब हो किसान हो बेरोजगार हो छोटे व्यपारी वर्ग हो सभी दुखी है। केवल एसटी एससी और ओबीसी कम्युनिटी के साथ ऊंची जाति से लेकर गरीब और अल्पसंख्यक सभी दुखी हैं।
बसपा सुप्रीमों ने कहा कि भाजपा अच्छे दिन के वादे और इस आश्वासन के साथ सत्ता में आई थी कि वह भारत के हर नागरिको को 15 लाख रु देने का वादा भी किया था। नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने पांच साल पूरे कर लिए हैं क्या आपमें से किसी को भी 15 लाख मिले हैं आपको उनसे इसका हिसाब मांगना चाहिए।
कांग्रेस के ‘न्याय’ का मजाक उड़ाते हुए कहा की पहले उन्हें कांग्रेस शासित राज्य में 72000 रु का सूत्र लागू करना चाहिए। जब वह उन राज्यों में लागू करने में असर्मथ हैं तो फिर वह पूरे देश में कैसे लागू करने की बात कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मंत्री ने कहा की आपको गुमराह नही होना हैं कांग्रेस और भाजपा के जाल में नही फंसना है।
उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में बसपा को उत्तर प्रदेश की सेवा का मौका मिला और उन्होंने सभी लोगों को सुशासन दिया। उत्तर प्रदेश में हम जरूर अच्छा प्रदर्शन करेगें और बसपा सपा और आरएलडी के गठबंधन के बाद भाजपा की स्थिति जरूर खराब होगी। आगे उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री हमेशा से ही उत्तरी राज्यों को ही चुनते हैं।
बसपा प्रमुख ने कहा कि आगर कोई बदलाव हुआ और हमें केंद्र में सरकार चलाने का मौका मिलता हैं तो मेरे कार्यकाल में शुरू हुई सभी सभी योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाएगा।
जेेएसपी और बसपा ने चुनाव से पहले आंध्र प्रदेश और तेलंगाना गठबंधन कर सयुक्त चुनाव प्रचार करने का फैसला किया। मायावती ने कहा कि दक्षिण के इन दोनों राज्यों को बदलाव की जरुरत हैं। मयावती ने मतदातों से उनको वोट देने की आपील की।
उन्होने यह इसलिए कहा क्योकि कांग्रेस के शासनकाल मे तेलंगाना क्षेत्र को नजरअंदाज किया गया। एक अलग राज्य की मांग की गई और उसको स्वत्रंत कर दिया गया। जबकि अब तेलंगाना एक अलग राज्य हैं मगर फिर भी यहां कोई विकास नही हुआ, आज भी यहा के लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा हैं।
मायावती ने कहा एससी एसटी और ओबीसी ने मिल कर तेलंगाना की 70 प्रतिशत आबादी का गठन किया हैं।लेकिन फिर भी टीआरएस के प्रमुख चंद्रशेखर राव और केसीआर ही मुख्यमंत्री बने जबकि उनके समुदाय की आबादी केवल 1.5 से 2 प्रतिशत ही हैं।