भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के कप्तान टिम पैन चार टेस्ट मैचो का सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच जो कि पर्थ में खेल गया था उसमें जुबानी जंग करते हुए नजर आए थे। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने बुधवार को पर्थ टेस्ट मैच के दौरान अपने क्षेत्रिय एंटीक्स के लिए कप्तान विराट कोहली को अपमानजनक और मूर्ख कहा।
जॉनसन ने फॉक्स्पोर्ट्स के लिए कॉलम में लिखा, ” मैच के अंत में आप एक दूसरे से आंख मिला पाए और हाथ मिलाए और कहे सके की यह एक महान प्रतियोगिता थी। विराट कोहली ने ऐसा पैन के साथ नही किया, उन्होने ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के साथ हाथ मिलाया लेकिन उन्होने उनके साथ आंख नही मिलायी। जो मेरे लिए अपमानजनक था।”
” कोहली और क्रिकेटरो से अलग है क्योंकि उनकी बल्लेबाजी के कारण वह विराट कोहली है जो उनके प्रदर्शन से उनको बहतर बनता है, लेकिन मुझे यहा पर वो मूर्ख लगे।”
ऑस्ट्रेलिया और भारत के कप्तान पर्थ टेस्ट मैच में जुबानी-जंग करते दिखाई दिए थे, जिस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 146 रन से जीतकर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली थी।
सूत्र से पता चला है कि विराट कोहली ने पैन को कहा कि ” तुम एक अनियमित कप्तान हो” जिसके बाद बीसीसीई ने विराट कोहली का बचाव करते हुए इसे खारिज किया और बयान को गलत करार दिया।”
STATEMENT: BCCI rubbishes reports about Kohli-Paine banter. Full details here https://t.co/1wcGqV41iZ pic.twitter.com/YXiSJTqL6O
— BCCI (@BCCI) December 18, 2018
हालांकि, मैच के बाद कोहली और पैन ने कहा कि हमने खेल भावना को ध्यान दिया है और इसकी सीमा से ऊपर चढ़कर कुछ नही किया है।
कोहली ने मैच के बाद कहा ” मैच में कोई सीमा पार नही की गई है, और ना ही किसे ने किसे के ऊपर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी की है।”
भारत के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि 2014 ऑस्ट्रेलिया टूर के मुकाबले यह कुछ भी नहीं था। जहांं पर उन्हें बिगड़ा हुआ खिलाड़ी करार दिया गया था।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने भी टेस्ट मैच खत्म होने के बाद कहा कि उनका विराट कोहली से कोई बड़ा विवाद नही हुआ और मैच जीतने के लिए उनके जूनून की प्रशंसा की।
पैन ने कहा ” यह एक प्रतिस्पर्धि क्रिकेट मैच था, जहां दोनो टीमो ने जीत के लिए जान लगा रखी थी लेकिन सीमा के बाहर कोई चीज नही हुई। उन्होने कहा कोहली का व्यवहार मेरे लिए चिंताजनक नही था, मुझे यह पसंद है और मुझे यकीन है कि यह देखना बहुत अच्छा था।”