Wed. Jun 26th, 2024
    परवेज मुशर्रफ़

    पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ़ ने 6 अक्टूबर से राजनीति में वापस आने की योजना का खुलासा किया है। वह एक साल से अधिक समय तक स्वास्थ्य क स्थिति खराब रहने के कारण सक्रीय थे। 76 वर्षीय रिटायर्ड जनरल मुशर्रफ़ साल 2016 से दुबई में रह रहे हैं और साल 2007 में संविधान को भंग करने का आरोप में देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

    देशद्रोह के मामले में मृत्युदंड या उम्रकैद की सजा दी जाती है। जनरल मुशर्रफ़ ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सस्थापक है और स्वास्थ्य खराब होने के कारण राजनीतिक सरजमीं से दूरी बना ली थी। स्वास्थ्य में सुधार के बाद वह वापसी की योजना बना रहे हैं।

    पूर्व राष्ट्रपति एमयलोईड़ोसिस से ग्रसित है जो अंगो और कोशिकाओं में असामान्य प्रोटीन ओ बनाती है। एपीएमएल के जनरल सेक्रेटरी मेहरीन मालिक ने कहा कि “बीते महीने पूर्व राष्ट्रपति ने लन्दन के एक अस्पताल में 12 दिनों तक इलाज करवाया था। अब वह बेहतर महसूस कर रहे हैं और अपने दुबई के आवास में वापस आ गए हैं।”

    एपीएमएल के सेक्रेटरी जनरल ने कहा कि “जनरल मुशर्रफ़ ने पार्टी अधिकारियो के साथ भी मुलाकात का आयोजन किया था। डॉक्टर्स की सलाह के साथ वह अपने राजनीतिक गतिविधियों को दोबारा बहाल करेंगे। उनका रोजाना डॉक्टर्स की एक टीम सेहत की जांच कर रही है।”

    उन्होंने कहा कि “जनरल मुशर्रफ़ ने निर्देश दिए हैं कि समस्त पाकिस्तान में एपीएमएल अपनी राजनितिक गतिविधियों को बहाल करेगी। 6 अक्टूबर को इस्लामाबाद में आयोजित पार्टी के नौवें स्थापना दिवस को मुशर्रफ़ विडियो लिंक के जरिये संबोधित करेंगे।”

    पार्टी के अधिकारियो ने कहा कि “पूर्व राष्ट्रपति जल्द ही महत्वपूर्ण राजनीतिक घोषणाओं को करेंगे।” मुशर्रफ़ की हुकुमर पाकिस्तान में साल 1999 से 2008 तक थी। उन्हें बेनजीर भुट्टो की हत्या और लाल मस्जिद के मौलवी की हत्या में भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *