पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह और देशद्रोह का आरोप झेल रहे जनरल परवेज मुशर्रफ बीमारी के कारण देश वापस नहीं लौट सकते हैं। उनकी तबियेत निरंतर अस्थिर होती जा रही है। जनरल परवेज मुशर्रफ की पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम उनकी सेहत के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं। जनरल परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान तभी लौटेंगे जब इस्लामाबाद जांच और चिकित्सा के लिए उन्हें वतन छोड़ने की गारंटी देगा।
परवेज मुशर्रफ को 3, नवम्बर 2007 को संविधान पर रोक लगाने के जुर्म में अदालत में हाज़िर होना था। उन्होंने साल 2016 में स्वास्थ्य दिक्कतों के कारण पाकिस्तान छोड़कर दुबई में पनाह ली थी। इसके बाद पूर्व तानाशाह वतन वापस नहीं लौटे।
साल 2010 में परवेज मुशर्रफ़ द्वारा बनाई गयी पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेता ने बताया कि पूर्व तानाशाह को हर तीन माह में इलाज़ के लिए लन्दन जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि परवेज मुशर्रफ़ की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर है जिसका इलाज वह अमेरिका में करवा रहे है।
उन्होंने कहा पार्टी परवेज मुशर्रफ़ की बीमारी के विषय में देश को नहीं बता सकती है। उन्होंने कहा मेडिकल रिपोर्ट को मुख्य न्यायाधीश और पाकिस्तानी अदालत के समक्ष पेश किया जायेगा। उन्होंने कहा पूर्व तानाशाह अपने कानूनी सलाहकारों से देश वापस लौटने को लेकर मशवरा ले रहे हैं। उन्होंने आम चुनाव से पहले परवेज मुशर्रफ़ के वापस वतन लौटने की अफवाहों को भी खारिज किया।
पाकिस्तान के शीर्ष न्यायालय ने परवेज मुशर्रफ को देशद्रोह के मुक़दमे के लिए वतन वापस आने पर उच्च प्रणाली की सुरक्षा मुहैया करवाने का आश्वासन दिया था।
परवेज मुशर्रफ को हाल ही में दुबई के मैदान में भारत-पाकिस्तान के बीच एशिया कप मुकाबले का लुत्फ़ उठाते हुए देखा गया था।
कौन है परवेज मुशर्रफ ?
परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने साल 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की सरकार का तख्तापलट किया था।
इन्होंने साल 2007 में पाकिस्तान में आपातकाल लगाया था। परवेज मुशर्रफ ने साल 2001 में तत्कालीन राष्ट्रपति रफ़ीक तरार को बर्खास्त करके खुद राष्ट्रपति शासन पर काबिज हो गये थे।