अमरीकी राजदूत निक्की हेली ने रूस पर इल्ज़ाम लगाया कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधो को नज़रंदाज़ करते हुए उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार की गतिविधियों को बढ़ाने में सहायता कर रहा है।
रूस पर संयुक्त राष्ट्र को छलने का दोष मढ़ा। अमेरिका राजदूत ने सुरक्षा परिषद् की बैठक में उत्तर कोरिया पर परमाणु गतिविधियों को चालू रखने का आरोप लगाया।
रूस और चीन ने उत्तर कोरिया पर लगाये गये प्रतिबंधो में ढिलाई बरतने का अनुरोध किया था।
हेली ने कहा की अमेरिका के पास रूस के लगातार हस्तक्षेप के सबूत मौजूद है। हेली ने कहा की 12 जून को सिंगापुर में उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बैठक एक सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ने का सन्देश था।
अलबत्ता यह बेहद मुश्किल, संवेदनशील मुद्दा है और इस कार्य को करने लिए वक्त की जरुरत है।
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग मुलाक़ात पूर्ण रूप से परमाणु निरस्तीकरण पर आधारित थी हालांकि ये अभी तक मुमकिन नहीं हुआ है।
अमेरिकी राजदूत ने कहा कि वर्ष 2006 से संयुक्त राष्ट्र ने समुंद्री भोजन, पेट्रोल, आर्थिक सेवाओं के आयत और निर्यात पर रोक लगा रखी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि रूस न सिर्फ प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है बल्कि सभी की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है।
एक स्वतंत्र पार्टी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए निक्की हेली ने कहा कि रिपोर्ट में मास्को के प्रतिबंधों के उल्लंघन का पूरा कच्चा-चिट्टा मौजूद है। लेकिन अमेरिकन उसे प्रकाशित करने की अनुमति नहीं दी।
रूस को हिदायत देते हुए हेली ने कहा कि मास्को को नार्थ कोरिया में यूएन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के उल्लंघन करने से बाज आ जाना चाहिए।
साथ ही सबूतों को छिपाने की नाकाम कोशिशों को बंद करना चाहिए। अमेरिका ने पियोंगयांग में हस्तक्षेप के लिए चीन पर कोई दोषारोपण नहीं लगाया।