अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि “परमाणु संधि का उल्लंघन कर के ईरान आग के साथ खेल रहा है।” तेहरान ने शुरुआत में ऐलान किया था कि वह साल 2015 की परमाणु संधि के तहत यूरेनियम के उत्पादन की सीमा को बढ़ा चुके हैं।
परमाणु संधि का उल्लंघन
उन्होंने कहा कि “वे जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं। वे जानते है कि वे किसके साथ खेल रहे हैं और मेरे ख्याल से वह आग से खेल रहे हैं।” व्हाइट हॉउस ने शुरुआत में कहा था कि “जब तक ईरान अपने परमाणु मंसूबो और अपने विघातक व्यवहार का अंत नहीं कर देता, वांशिगटन इन पर अत्यधिक दबाव बनाकर रखेगा।”
बयान में कहा कि “जब तक नेता अपनी कार्रवाई को तब्दील नहीं करते, ईरानी सरकार पर अत्यधिक दबाव बरक़रार रहेगा। शासन को अपने विघातक रवैये और परमाणु इरादों का अंत करना होगा।” सूत्र किए हवाले से ईरान की न्यूज़ एजेंसी ने सोमवार को कहा कि ईरान ने संवर्द्धन यूरेनियम की सीमा को पार कर दिया है, जो परमाणु संधि के तहत सीमित थी।”
अमेरिका ने बीते वर्ष परमाणु संधि से अपना नाता तोड़ दिया है और इस वर्ष मई में ईरान ने संधि के कुछ नियमों को तोड़ने का ऐलान किया था। इस समझौते पर ईरान के नागरिक ऊर्जा समझौते को सीमित करने के मकसद से तय किया गया था।
इस संधि का मकसद ईरान को भविष्य में हथियारों को विकसित करने से रोकना था। इसके बदले में अमेरिका ने ईरान पर लागू प्रतिबंधों को हटा दिया था ताकि बिगड़ती अर्थव्यवस्था को संभाला जा सके। ओबामा प्रशासन के कार्यकाल में यह समझौते एक कूटनीतिक जीत माना गया था।
वांशिगटन के इस संधि को तोड़ने के बाद अमेरिका और ईरान के संबंधों में तल्खियां आ गयी थी। बीते वर्ष ट्रम्प प्रशासन ने कई प्रतिबंधों को थोप दिए था जिससे ईरान की अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी थी।