अमेरिका और उत्तर कोरिया के मध्य पुल बने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने मंगलवार को कहा कि किम जोंग उन पूर्ण परमाणु प्रतिबन्ध के इच्छुक है।
किम जोंग उन और मून जे इन की बीच तीसरा शिखर सम्मेलन बीते माह हुआ था। अमेरिकी राष्ट्रपति और उत्तर कोरिया के नेता के मध्य सिंगापुर की ऐतिहासिक वार्ता में किम जोंग उन ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी।
मून जे इन ने कहा कि उत्तर कोरिया पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण करेगा। इसके बाद मिसाइल और परमाणु परिक्षण पर रोक लगाएगा। दक्षिण कोरिया के नेता के साथ तीसरी मुलाक़ात के बाद किम जोंग उन ने अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को मिसाइल साइट को ध्वस्त करते हुए देखने के लिए आमंत्रित किया था।
कोरियाई युद्ध 1950-53 के अंत के बाद उत्तर कोरिया में अमेरिकी दूतावास की स्थापना हुई थी तब से अमेरिका उत्तर कोरिया में मानवीय मदद पहुँचता रहा था। मून जे इन ने कहा कि उत्तर कोरिया को परमाणु निरस्त्रीकरण करना होगा तभी अमेरिका प्रतिबंधों में नरमी बरतेगा।
कोरियाई युद्ध की समाप्ति के बाद उत्तर कोरिया और अमेरिका के राजनीतिक रिश्तों में खिंचाव आ गया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि शान्ति वार्ता परमाणु निरस्त्रीकरण पर निर्भर करेगी।
अमेरिका कोरियाई बंधुओं की बढ़ती नज़दीकियों के कारण चिंतित है। बीते माह हुई उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया की बैठक में हुए इंटर कोरिया मिलिट्री पैक्ट पर अमरीकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने सवाल उठाये थे।
मून जे इन ने बताया कि अमेरिका और नार्थ कोरिया अमेरिका में मध्यावधि चुनाव के बाद दूसरी बैठक पर विचार कर रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि मद्यावधि चुनाव के समापन के बाद दोनों राष्ट्रों के नेताओं के मध्य दूसरी बैठक का आयोजन किया जायेगा। हालाँकि अमेरिका ने परमाणु निरस्त्रीकरण पर अपनी योजना का खुलासा नहीं किया है।
सीओल ने बताया कि दोनों कोरियाई राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के मध्य सोमवार को मुलाकात होगी। पिछली बैठक में किम जोंग उन और मून जे इन ने आर्थिक सहयोग को बहाल करने की रज़ामंदी दी थी।