ज़िंदगी में कुछ भी करो लेकिन कभी इतिहास से छेड़छाड़ मत करो, कुछ ऐसा ही पाठ सिखलाती है हमें संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती। खैर वह तो सब बाद की बातें हैं वैसे काफी समय बाद ही सही लेकिन पद्मावती से जुड़ी एक खुशी आई है संजय लीला भंसाली के द्वार पर, आपको बता दें भारत के सर्वोच्च न्यायलय की तरफ से इस फिल्म के लिए एक खुशखबरी आई है, सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया। दरसअल, वकील मनोहर लाल शर्मा ने ‘पद्मावती’ के ब्रिटेन में रिलीज पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने अदालत से कहा था कि “अगर देश से बाहर फिल्म को रिलीज किया जायेगा तो इससे सामाजिक सद्भाव को काफी नुकसान होगा”।
भारत में अभी तक फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा पास नहीं किया गया है और फिल्म की रिलीज़ डेट को भी आगे बढ़ा दिया गया है परन्तु देखने लायक यह होगा की रिलीज़ को कितना आगे बढ़ाया है क्यूंकि अभी तक कुछ बताया नहीं गया है कि फिल्म को कब रिलीज़ किया जाएगा। लेकिन इसके विपरीत ब्रिटेन में फिल्म अपने समय पर ही रिलीज़ होगी मतलब 1 दिसंबर को और शायद इसी बात को लेकर वकील साहब ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी भी लगा दी थी लेकिन कोर्ट ने नकारते हुए याचिका को खारिज कर दिया।
दरअसल, वकील (मनोहर लाल शर्मा) ने अपनी याचिका में कहा था कि “फिल्म निर्माताओं ने यह कहकर तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है कि फिल्म के गाने और प्रोमो को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने हरी झंडी दिखा दी है”। आपको बता दें फिल्म को लेकर विवाद इतना बढ़ चुका है कि अब लगता नहीं है कि फिल्म भारत में रिलीज़ हो पाएगी और अगर होती भी है तो यह कहना बहुत ही कठिन होगा कि किस तरह या किन हालात में यह फिल्म सिनेमाघरों तक पहुँच पाएगी।