पद्मावती फिल्म विवाद को शांत करने के लिए सेंसर बोर्ड हरसंभव प्रयास कर रही है लेकिन फिर भी हालात काबू में होते नहीं मालुम हो रहे। फिल्म पर विवाद काफी गहरा चुका है।
मामले को शांत करने हेतु सेंसर बोर्ड ने राजस्थान के राजपरिवार को फिल्म रिव्यु के लिए न्योता भेजा है। सेंसर बोर्ड ने यह न्योता बाकायदा राजपरिवार को फ़ोन करके दिया है लेकिन राजपरिवार के सदस्य विश्वराजसिंह ने इस न्योते को अभी तक नहीं स्वीकारा है।
विश्वराजसिंह ने पूछे थे प्रसून से यह सवाल
राजपरिवार सदस्य और पद्मावती के वंशज विश्वराजसिंह ने फिल्म को लेकर कई तरह के गंभीर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने सेंसर बोर्ड से पूछा था कि फिल्म के पांच मिनट के अंश में ही जब इतनी साड़ी गड़बड़िया है तो यह कैसे यकीन कर लिया जाए कि 2 घन्टे की फिल्म में कुछ भी विवादित नहीं होगा।
विश्वराज सिंह ने सेंसर बोर्ड से यह भी सवाल किया कि जब लीला भंसाली 5 मिनट के अंश को अभी तक सुधार नहीं पाए तो वो कैसे समूची फिल्म में सुधार कर पाएंगे।
फिल्म की रिलीज़ पर है संशय
अभी तक फिल्म की रिलीज़ पर सस्पेंस बना हुआ है हालांकि भंसाली और फिल्म से जुड़े तमाम कलाकार यह दावा कर रहे है कि इस फिल्म को जल्द ही रिलीज़ कर दिया जाएगा। बता दे कि इस फिल्म को दिसंबर महीने में रिलीज़ किया जाना था जो कि भारी जन विरोध के कारण न हो सका।
समाज के एक तबके का आरोप है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया गया है तथा तथ्यों को घुमा फिरकर पेश किया गया है। फिल्म पर विरोध हिंसक और खुनी हो गया था जिसके कारण सेंसर बोर्ड ने फीलम की रिलीज़ पर ही रोक दिया।