सऊदी अरब की पत्रकार जमाल खासोगी की हत्या कराने के लिए पूरे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो रही है। द वांशिगटन पोस्ट में कार्यरत पत्रकार जमाल खासोगी के पुत्र ने सऊदी अरब से अपने पिता के शव को उसके सुपुर्द करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वह अपने पिता के शव के लिए सऊदी अरब जायेंगे।
मीडिया से मुखातिब होकर सालाह और अब्दुल्लाह खासोगी ने कहा कि बिना उसके वालिद के शव के बगैर उनका परिवार जमाल खासोगी की मृत्यु के सदमे से उभर नहीं पायेगा। सालाह खासोगी ने कहा कि यह हालात सामान्य नहीं है और न ही यह मौत सामान्य थी। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि मदीना में मेरे पिता का शव मेरे परिवार के सुपुर्द कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि इस बाबत में सऊदी विभाग से बातचीत करूँगा और उम्मीद है, कि जल्द ही यह प्रक्रिया संभव होगी।
जमाल खासोगी 2 अक्टूबर को तुर्की इस्तांबूल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में निकाह सम्बंधित किसी दस्तावेजों के लिए गए थे। इस दौरान पत्रकार की हत्या कर दी गई थी. तुर्की क मुताबिक पत्रकार की हत्या पूर्व नियोजित थी और उसे अंजाम देने के लिए सऊदी से 15 लोगों का एक समूह आया था।
अमेरिकी और तुर्की अधिकारियों के मुताबिक सऊदी के क्राउन प्रिंस के इशारे पर ही पत्रकार की हत्या की गयी थी। हालांकि रुयद इन आरोपों को खारिज करता रहा है। जांच के दौरान पत्रकार के शव बरामद नहीं हुआ था।
सलाह खासोगी 24 अक्टूबर को रियाद में क्राउन प्रिंस और बादशाह सलमान से मिले थे। सालाह खासोगी ने कहा कि प्रिंस सलमान ने जमाल खासोगी की हत्या के आरोपियों को सज़ा दिलाने का भरोसा दिया था। उन्होंने कहा कि मेरे पिता की रूह को शांति मिले। उन्होंने कहा मुझे यकीन नहीं होता कि मेरे पिता मर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मौत के हालातों को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
सलाह खासोगी ने कहा कि उनके पिता मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन को समर्थन नहीं करते थे, यह सब अफवाह है। उन्होंने कहा कि जमाल खासोगी को सभी के लिए समान मूल्य रखने वाले व्यक्ति, वतनपरस्ती और खुद पर यकीन करने वाले व्यक्ति के रूप मे याद रखना चाहिए।