तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एरदोगन ने कहा कि पत्रकार जमाल कशोग्गी की हत्या पूर्व नियोजित थी और बाद में उसका इलज़ाम दूतावास के कर्मचारियों पर डालने का था। तुर्की के राष्ट्रपति ने बगैर मुहम्मद सलमान का नाम लिए कहा कि अमेरिका के कुछ कानून निर्माताओं पर पत्रकार की हत्या का संदेह है।
उन्होंने कहा तुर्की ने अभी पत्रकार की हत्या की जांच पूर्ण नहीं की है। उन्होंने कहा पत्रकार जमाल को बर्बरतापूर्वक मारा गया था। जमाल खासोग्गी सऊदी के हुक्मरान सलमान के मुख आलोचक थे और वांशिगटन पोस्ट में कार्य करते थे। तुर्की स्थित सऊदी दूतावास में पत्रकार अपनी शादी से सम्बंधित कुछ दस्तावेजों के लिए गया था, उसी दौरान से लापता था। तुर्की पुलिस ने पत्रकार की हत्या का राज़ उजागर किया था। तुर्की अधिकारीयों के मुताबिक एक ऑडियो में पत्रकार की मौत के सबूत है।
शुरुआत में सऊदी अरब पत्रकार जमाल की हत्या में शामिल होने के आरोपों को नकारता रहा था। लेकिन उसके बाद सऊदी ने कबूल किया कि पत्रकार की मौत पूछताछ के दौरान हुई थी। इस घटना के बाद पश्चिमी देशों ने सऊदी अरब को देखकर भोंहे चढ़ा रखी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति सदैव ही सऊदी अरब की तारीफों के कसीदे पढ़ते रहते हैं और अमेरिका में सऊदी की भूमिका के बाबत बताते रहते है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने सऊदी अरब में सुधार के लिए कई बेहतरीन कार्य किए हैं मसलन महिलाओं के ड्राइव करने से पाबन्दी हटाना और मैदान पर मैच देखने अनुमति देना है।
अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों ने पत्रकार की हत्या के चलते सऊदी अरब में आयोजित निवेश सम्मलेन का बहिष्कार किया है।