अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के रिपोर्ट जारी कर बताया कि पत्रकार जमाल खशोज्जी की हत्या के पीछे सऊदी अरब के ताकतवर सलमान बिन का हाथ है। द वांशिगटन पोस्ट ने स्टोरी कर बताया कि 15 सऊदी अरब के एजेंट तुर्की स्थित सऊदी दूतावास में पत्रकार की हत्या करने के लिए आये थे। हालांकि सीआईए ने इन आरोपों को खारिज किया है।
पत्रकार जमाल खसोज्जी अपनी तुर्की की मंगेतर से शादी करने के लिए दूतावास में आये थे। सऊदी अरब के दूतावास में पत्रकार को हत्या की गई और शव लापता कर दिया गया था। रियाद ने शुरुआत में इसकी सूचना होने से इनकार कर दिया था हालांकि बाद मे प्रिंस सलमान बिन ने गुनाह को कबूल करते हुए कहा कि पूछताछ के दौरान पत्रकार को हत्या की गई थी।
सऊदी अरब के दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि राजदूत ने कभी तुर्को में घटित घटना सर संबंधित कोई बातचीत नही की थी। दूतावास के ट्वीटर एकाउंट से पोस्ट जारी हुआ कि पत्रकार खसोज्जी और खालिद बिन सलमान की कभी कोई बातचीत नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि ये सभी दावे झूठे हैं।
अमेरिका ने गुरुवार को पत्रकार मि हत्या में संदिगध 17 लोगों पर प्रतिबंध थोप दिए थे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रुम्प सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान पर सीधे हमला बोलने से बच रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रिच्चप तैयप्प एर्डोगन ने कहा कि इस वारदात का बचाव करने अनुमति नही देनी चाहिए।
हाल ही में तुर्की ने पत्रकार की हत्या से संबंधित ऑडियो रेकॉर्डिंग के राष्ट्रों को सौंपी थी। अमेरिका ने कहा कि इस सबूत से साफ नही होता कि पत्रकार की हत्या में सऊदी के प्रिंस का हाथ है।