पंजाब नेशनल बैंक अगले बारह महीने में अपनी 200 से 300 शाखाओं को बंद करने जा रहा है। रिजर्व बैंक की साल-2017 नीति के अनुसार यह बैंक अपनी किसी भी शाखा को बंद, रिलोकेट या फिर किसी अन्य शाखा में मर्ज कर सकता है। आपको जानकारी के लिए बतादें कि पीएनबी केवल उन्हीं ब्रांचेज को बंद करेगा जो घाटे में चल रही हैं या फिर नाम मात्र का मुनाफा कमा रही हैं।
पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक सुनील मेहता के मुताबिक यह बैंक अपनी कारोबारी नीतियों में बदलाव कर घाटे में चल रही शाखाओं को लाभकारी बनाने की कोशिश करेगा। मेहता ने बताया कि पीएनबी की कई शाखाएं पहले ही बंद की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक डिपार्टमेंट बना हुआ है।
पीएनबी की उन सभी शाखाओं को बंद कर दिया जाएगा जो घाटे में चल रही हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ब्रांचों को मजबूत करने के लिए रिलोकेट किया जाएगा, या फिर किसी दूसरी शाखा में विलय कर दिया जाएगा।
प्रबंध निदेशक मेहता के अनुसार पीएनबी की किसी भी शाखा को मजबूत बनाने के लिए उसके कारोबारी पहलूओं, बैंक बिजनेस करेस्पॉन्डेंट नेटवर्क, आसपास के प्रतिस्पर्धी स्थलों के बारे में गंभीरता से विचार किया जाएगा।
देश में मौजूद पीएनबी की शाखाएं:
- 31 मार्च 2017 तक- 6937 शाखाएं
- सितंबर के अंत तक शाखाओं की संख्या- 6940
- अप्रैल-जून में 9 नई शाखाएं खोली गईं
- दूसरी तिमाही में 6 शाखाएं बंद हुईं
- पिछले 6 महीने में 928 एटीएम बंद किए
- सितंबर 2017 तक पीएनबी के एटीएम की संख्या-9753
पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक मेहता ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि जो शाखाएं मुनाफा नहीं कमा रही हैं, उन्हें निश्चिततौर पर बंद कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि पीएनबी देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंकों में शुमार करता है। देश के सार्वजनिक बैंकों में पीएनबी दूसरे स्थान पर काबिज है।