पंजाब कांग्रेस कलह को लेकर गठित कांग्रेस की तीन सदस्यीय कमेटी से मुलाकात के बाद राज्य के कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मैं पंजाब के लोगों की आवाज हाईकमान तक पहुंचाने आया हूं और मैं हर हाल में यह करके रहूंगा। नवजोत सिद्धू ने पत्रकारों से ये बात कही की “जो कुछ भी हाईकमान ने पार्टी के हित में पूछा उन्हें पूरी तरह से सजग कर दिया है”। सिद्धू ने आगे यह भी कहा की “मेरा पक्ष है कि पंजाब के लोगों की वित्तीय ताकत जो टैक्स के रूप में सरकार को जाती है वो लोगों तक वापस जानी चाहिए”।
“पंजाब के सच और हक की आवाज मैंने हाईकमान को बुलंद आवाज में बताई है। पंजाब को जिताना है और हर पंजाब विरोधी ताकत को हराना है”- नवजोत सिंह सिद्धू
आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस में जारी अंदरूनी कलह को सुलझाने के लिए कांग्रेस ने तीन तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति पार्टी के विधायकों और मंत्रियों से एक-एक कर मुलाकात कर रही है। कमेटी के सदस्यों से नवजोत सिंह सिद्धू की मुलाकात कल हुई थी।
आखिर क्यों हो रही है पार्टी के अंदर ही अनबन
दरअसल पार्टी के कई नेताओं ने वर्ष 2015 में फरीदकोट के कोटकपूरा बेअदबी मामले के बाद हुई गोलीबारी की घटना में की गई कार्रवाई को लेकर असंतोष जाहिर किया था, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की तीन सदस्यीय समिति गठित की थी। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा पिछले महीने कोटकपूरा गोलीबारी मामले में जांच रद्द किए जाने के बाद सिद्धू लगातार इस मामले से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की आलोचना कर रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की बरसों पुरानी अनबन चलती आ रही है।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी गुरुवार या शुक्रवार को गठित की गई समिति से मुलाकात कर सकते हैं।